एसीबी एएसपी ठाकुर चन्द्रशील ने बताया कि फरियादी दादाबाड़ी थाना क्षेत्र के शिवपुरा निवासी आशीष मयंक (38) ने दी रिपोर्ट में बताया कि मेरे पार्टनर भरत कोठारी की कम्पोजिट शराब की लाइसेंसशुदा दुकान बूंदी कोतवाली थाना क्षेत्र के टीकरदा में है। जिसका नौकरनामा मेरे नाम है। 27 जनवरी को टीकरदा स्थित दुकान पर आबकारी बूंदी के डीओ, सीआई विनोद शर्मा स्टॉफ के साथ आए और दुकान से 6 शराब की पेटियां ले गए। सीआई ने मुझे व मेरे सेल्समैन हंसराज गुर्जर को झूंठे केस में नहीं फंसाने की एवज में 1 केस पर 25 हजार रुपए एवं मंथली 6 हजार रुपए प्रतिमाह और देने की मांग कर रहे है। शिकायत पर 2 फरवरी को गोपनीय सत्यापन करवाया गया तो आरोपी की ओर से 25 हजार रुपए रिश्वत मांग करना पाया गया।
एसीबी ने सत्यापन के बाद शुक्रवार रात ट्रेप की कार्रवाई के दौरान आरोपी आबकारी निरीक्षक विनोद कुमार शर्मा ने बूंदी कृषि उपजमंडी के पास परिवादी से रिश्वत राशि 25 हजार रुपए प्राप्त कर लिए। परिवादी के अनुरोध पर आरोपी ने 5 हजार रुपए वापस लौटा दिए। आरोपी को एसीबी का शक होने पर सरकारी वाहन को भगाते हुए बूंदी शहर के अंदर घनी आबादी में दौड़ा दी। एसीबी टीम ने पीछा करना शुरू किया तो आरोपी ने रिश्वत राशि अपने निजी ड्राइवर फराजुद्दीन को दे दी जो गाड़ी को मोड़ी बस्तीपाड़ा बूंदी में छोड़कर अंधेरे व तंग गलियों का फायदा उठाकर फरार हो गया। आरोपी विनोद शर्मा को डिटेन कर दोनों हाथों व गाड़ी की सीट बैल्ट के इन आउट जहां आरोपी ने रिश्वत राशि रखी थी धुलाने पर रंग गुलाबी आया। इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही आरोपी के निजी ड्राइवर बूंदी बाइपास रोड घसियारा मौहल्ला निवासी फराजुद्दीन की तलाश की जा रही है। ट्रैप की कार्रवाई एसीबी पुलिस निरीक्षक नरेश चौहान के नेतृत्व में की गई।