बिरला ने खातौली, रामपुरिया धाभाई, छापौल, आसीदा व कैथूदा तथा सुल्तानपुर क्षेत्र के सनीजा बावड़ी, किशनगंज, बूढ़ादीत और बनेठिया का भी दौरा किया। हर जगह वे दर्द, आंसू और तबाही की अनेक कहानियों से रूबरू हुए। लोगों ने उन्हें फसलें तबाह हो जाने, घर ढह जाने, दुकान का सारा सामान नष्ट हो जाने समेत अनेक समस्याएं बताईं। सबकी आंखों में एक ही आस दिखाई दी कि इस कठिन समय में लोकसभा अध्यक्ष बिरला ही हैं जो उनके मददगार बनेंगे।
लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने खातौली में राजकीय विद्यालय में आश्रय लिए हुए महिलाओं से भी मिले। महिलाओं ने उन्हें बताया कि देखते ही देखते सब कुछ खत्म हो गया। घर का सारा सामान बह गया। अब वे छोटे-छोटे बच्चों के साथ स्कूल में आसरा लिए हुए हैं। बिरला ने अधिकारियों को निर्देश दिए महिलाओं और बच्चों को कोई तकलीफ नहीं होनी चाहिए।
पूरे रास्ते में ग्रामीणों ने लोगों ने काफिले को रोककर लोकसभा अध्यक्ष बिरला को अपनी समस्याओं की जानकारी भी दी। कैथूदा गांव में लोगों ने जरहर में पुलिया का निर्माण करवाने की मांग की। इसमें वन विभाग की स्वीकृति की अड़चन बनी हुई है। बिरला ने मौके से ही वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजें। जैसे ही राज्य सरकार प्रस्ताव को केंद्र को भेजेगी उसे तत्काल स्वीकृति दिला दी जाएगी।