ऑनलाइन जानकारी अपडेट नहीं होने से कई बार ब्लड होने के बावजूद बैंक का स्टाफ तीमारदारों को टकरा देते है। सबसे अधिक परेशानी रात के समय होती है। जब इमरजेंसी में मरीजों को ब्लड की जरूरत होती है। इसके बावजूद उन्हें निजी ब्लड बैंकों से महंगे दामों में ब्लड लेना पड़ता है। जबकि वीआईपी के लिए रक्त का स्टॉक रिर्जव कर दिया जाता है। जब फोन कर वास्तिवक स्टॉक की जानकारी ली तो सामने आया है कि वर्तमान में ब्लड बैंक में 350 यूनिट ब्लड उपलब्ध है।
प्रभारी अधिकारी के नम्बर गलत… नवीन चिकित्सालय के ब्लड बैंक की जानकारी देखी। उसमें ब्लड स्टॉक का अपडेशन हो रहा है, लेकिन उसमें उपलब्ध प्रभारी के अंकित नम्बर अपडेट नहीं है। पोर्टल पर उपलब्ध नम्बरों पर कॉल किया तो पता चला है कि वे पुराने प्रभारी डॉ.राजेश के नम्बर है। जबकि वर्तमान प्रभारी डॉ. जसजीत शर्मा है। अधिकारियों से बात की तो बताया कि पोर्टल पर नम्बर अपडेट करवा देंगे। इसके अलावा कई निजी ब्लड बैंकों ने भी अपना ब्लड स्टॉक ऑनलाइन नहीं दर्शा रखा है।
जबकि नियम यह कहते
राज्य सरकार के नियमानुसार ब्लड बैंकों को प्रतिदिन ई-रक्त कोष पोर्टल पर अपना रक्त स्टॉक अपडेट करना जरूरी है। शहर के ब्लड बैंक- ब्लड स्टॉक- कब तक मेडिकल कॉलेज- 85 यूनिट- 2 दिसम्बर तक
एमबीएस अस्पताल- 11यूनिट- 2 नवम्बर तक
अग्रवाल ब्लड बैंक-70 यूनिट- 2 दिसम्बर तक
कृष्णा रोटरी ब्लड बैंक-76 यूनिट- 2 दिसम्बर तक भाविप – 49 यूनिट-2 दिसम्बर तक
सुधा ब्लड बैंक- 47यूनिट-2 दिसम्बर तक अपना ब्लड बैंक- 218 यूनिट- 2 दिसम्बर तक
आरोग्य ब्लड बैंक-47 यूनिट- 29 नवम्बर तक
श्रीजी ब्लड बैंक- 7 यूनिट- 29 नवम्बर तक
कोटा ब्लड बैंक- 135 यूनिट- 29 नवम्बर तक श्रीराम ब्लड बैंक- 3 यूनिट- 28 नवम्बर तक
( ई-रक्त कोष पोर्टल के अनुसार जानकारी) इनका यह कहना
एमबीएस अस्पताल के ब्लड बैंक का ब्लड स्टॉक यूनिट पिछले एक माह से यदि ई-रक्त कोष पोर्टल पर अपडेट नहीं है तो इसे दिखाते है। यह भी जानकारी ली जाएगी कि क्यों अपडेट नहीं किया जा रहा है। इसे पूरा अपडेट करवाएंगे।
डॉ. निर्मला शर्मा, नोडल ऑफिसर