हरियाणा के जिंद स्थित सिंधवी खैर निवासी योगेश कुमार की पुत्री नीरज कुमारी (17) यहां
राजीव गांधी नगर स्थित प्रज्ञा गल्र्स होस्टल में करीब दो साल से रहकर मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रही थी। उसने कमरे में ही फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली थी। छात्रा का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों के अनुसार छात्रा के पेट में खाना था। इससे संभव है कि उसने खाना या नाश्ता करने से 4 से 6 घंटे के भीतर खुदकुशी की होगी। पोस्टमार्टम के समय मौत करीब 18 से 36 घंटे के भीतर होना आया है।
छात्रा के पिता योगेश कुमार ने बताया कि नीरज की मां से 4 जनवरी को दिन में 3 बजे करीब फोन पर बात हुई थी। उसने कहा था कि उसका 4 से 7 बजे तक पेपर है। इसके बाद रात 11 बजे जब उसे फोन किया तो घंटी बजती रही, लेकिन फोन नहीं उठाया। अगले दिन शाम तक भी फोन रिसीव नहीं होने पर उसकी सहेलियों को फोन कर नीरज से बात कराने को कहा। वे छात्राएं उसके कमरे में गई तब उन्हें इस घटना के बारे में पता चला। उन्होंने बताया कि पूर्व में कुछ समय कोचिंग नहीं जाने पर वहां से उनके पास फोन आया था। इस पर उन्होंने उससे बात कर नियमित कोचिंग जाने को कहा था।
कोचिंग में 25 दिसम्बर से अवकाश कोचिंग संस्थान से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्री मेडिकल की कक्षाएं 25 दिसम्बर को पूरी हो गई। उसी दिन से कोचिंग में अवकाश है। 4 जनवरी को टेस्ट होना संभव ही नहीं है। छात्रा ने परिजनों को ऐसा बताया होगा तो यह गलत है।
मार्च में गई थी घर हरियाणा बिजली बोर्ड में नौकरी करने वाले छात्रा के पिता ने बताया कि बेटी मार्च में घर गई थी। इस बार 10 जनवरी को उसे घर आना था, लेकिन उन्हें क्या पता था कि उसे इस स्थिति में लेकर जाना पड़ेगा। बताया कि उनके तीन बच्चे हैं, जिनमें नीरज इकलौती व दूसरे नम्बर की थी।
मामले की कर रहे जांच जवाहर नगर थानाधिकारी नीरज गुप्ता ने बताया कि छात्रा के कमरे से कोई सुसाइडल नोट नहीं मिला। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। परिजन शव लेकर गांव चले गए। खुदकुशी का कारण प्रथम दृष्टया पारिवारिक ही सामने आ रहा है। मामले की जांच की जा रही है।