संयुक्त निदेशक कृषि रामअवतार शर्मा ने बताया कि हाड़ौती सम्भाग में 77 प्रतिशत बुवाई हो चुकी है। देरी की वजह से अब किसान उड़द व तिल की बुवाई करेंगे। चाहे उत्पादन कम हो, लेकिन किसान जमीन को पड़त नहीं छोड़ते। उन्होंने बताया कि बारिश समय समय पर होती रही तो देरी से बुवाई की फसल में भी उत्पादन अच्छा मिलेगा।
संयुक्त निदेशक ने बताया कि कोटा, बारां, बूंदी व झालावाड़ में कहीं भी बारिश की वजह फसल खराबे की अभी तक कोई सूचना नहीं है। खेतों में पानी भरने से बीज खराब हो जाता है तो उसे फसल खराबा नहीं मानते।