विचित्र ने बताया कि संस्था की ओर से ग्राहकों को 5 ग्राम से लेकर 1 किलो वजनी सिक्के उपलब्ध कराने की योजना है। इसमें 5, 10, 20, 50, 100 व 250 ग्राम के सिक्के ग्राहकों के लिए उपलब्ध है। इन सिक्कों में कोटा की विरासत को भी शामिल किया गया। सिक्के में एक तरफ लक्ष्मी गणेश है तो दूसरी तरफ कोटा का प्रसिद्ध जगमंदिर का चित्र है। सिक्के अभी गोलाकार आकृति में है। शीघ्र ही आयताकार में भी सिक्के ग्राहकों को उपलब्ध होंगे। साथ ही सिक्के पर शुद्धता की गारंटी 99.9 प्रतिशत भी अंकित है। उन्होंने बताया कि अभी जयपुर, अलवर, भरतपुर, जोधपुर व बयाना में वहां की संस्थाओं की ओर से सिक्के निकाले जाते है।
संस्था के आनन्द राठी ने बताया कि श्री सर्राफा बोर्ड की ओर से चांदी के सिक्के निकालने का प्रयोग प्रहली बार किया जा रहा है। ग्राहकों का अच्चा रूझान मिलेगा तो आने वाले दिनों में संस्था की ओर से शुद्ध सोने के सिक्के भी उपलब्ध करवाए जाएंगे।