अन्याय के आगे कभी मत हारो
अमृतसर के ज्ञानी किशन सिंह ने गुरु गोविंद सिंह महाराज के जीवन के बारे में बताया। कहा कि गुरु गोबिंद सिंह ने हमेशा सत्य व धर्म की रक्षा की। उन्होंने खुद धर्म व इंसानियत की रक्षा के लिए अपना सब कुछ त्याग दिया। उन्होंने श्रद्धालुओं का आह्वान किया कि अन्याय के आगे कभी मत हारो।
कीर्तन से बरसा अमृत दरबार साहिब अमृतसर से आए हजूरी रागी कुलवंत सिंह, विज्ञान नगर के जसविंदर सिंह, व गुरुद्वारा छावनी के बहादुर सिंह, अशोक सिंह तथा झालावाड़ रोड स्थित गुरुद्वारा तेगबहादुर साहिब के हजूरी रागी अशोक सिंह ने शबद कीर्तन किया तो भजनामृत गंगा में श्रद्धालु डुबकी लगाते रहे। हजूरी व रागी जत्थों ने ‘तहि प्रकाश हमार भयो, पटना शहर बिखै भव लयो…., मैं हों प्रभ पूरख को दासा, देखन आया जगत तमासा… चित न भयो हमरो आवन के चुभी रही सुरत प्रभ चरनन मे….सरीखे शबद सुनाकर मंत्रमुग्ध किया। आयोजन स्थल श्रद्धालुओं से अटा हुआ था। गुरु ग्रन्थ साहिब के सम्मुख मत्था टेकने के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतार थी। इस मौके पर गुरु का अटूट लंगर भी बरता गया। हजारों लोगों ने महाप्रसाद ग्रहण किया।
आयोजन के दौरान वाहे गुरुजी का खालसा वाहे गुरुजी की फतह सरीखे जयकारे लगते रहे। कार्यक्रम में सांसद ओम बिरला, महापौर महेश विजय, उपमहापौर सुनीता व्यास, पूर्व मंत्री शांति धारीवाल, पूर्व विधायक पूनम गोयल, समेत अन्य गणमान्य लोग शामिल हुए। गुरुद्वारा प्रधान सुरजीत सिंह चंडी, सचिव संतोष सिंह सिद्धू, कोषाध्यक्ष अवतार सिंह समेत अन्य पदाधिकारियों ने अतिथियों का स्वागत किया।