मंदिर जा रही डिजाइनर और भाई के दोस्त की सड़क दुर्घटना में हुई दर्दनाक मौत गुरुवार सुबह किशोरी का शव मिलने और परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया था। इस घटना के कुछ समय बाद ही दोनों नाबालिगों को निरुद्ध कर लिया था। उनसे पूछताछ करने पर उन्होंने वारदात करना कबूल कर लिया था।
सीआई अनिल जोशी ने बताया कि दोनों के नाबालिग होने से उन्हें रात को निरुद्ध कर लिया था। रात में उन्हें थाने में नहीं रख सकते थे। इस कारण उन्हें देर रात को बाल न्यायालय में पेश कर दिया। जहां से उन्हें सम्प्रेषण गृह भेज दिया। सीआई ने बताया कि घटना स्थल से वारदात में प्रयुक्त पत्थर बरामद कर लिया।
इधर, किशोरी के परिजन व रिश्तेदारों का आरोप है कि दोनों आरोपित बालिग हैं, लेकिन पुलिस ने उन्हें नाबालिग बताकर मामला दर्ज किया है। परिजनों ने शुक्रवार सुबह थाने पर प्रदर्शन कर इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की। इस बारे में सीआई जोशी का कहना है कि दोनों बाल अपचारी नाबालिग हैं।