प्रथम राउंड के रजिस्टर्ड कैंडिडेट्स को भी नए सिरे से च्वाॅइस सबमिट करना पड़ेगा, क्योंकि उनकी प्रथम राउंड काउंसलिंग की सब्मिटेड च्वाॅइस स्वतः ही निरस्त हो जाएगी। जिन कैंडिडेट को प्रथम राउंड में कॉलेज मिल गया था। उन्होंने कॉलेज अपग्रेड के लिए अपनी विलिंगनेस की स्वीकृति चाही है, उन्हें भी नए सिरे से च्वाॅइस को भरना पड़ेगा।
एजुकेशन एक्सपर्ट पारिजात मिश्रा ने बताया कि राजस्थान में एमबीबीएस की सरकारी व निजी क्षेत्र के मेडिकल कॉलेज की 2285 तथा डेंटल कॉलेज की 712 सीटों की घोषणा की गई है। एमबीबीएस की सरकारी मेडिकल कॉलेजों की 1150 सीटों में से गवर्नमेंट सीट 534, गवर्नमेंट मैनेजमेंट सीट 240, एनआरआई कोटे की 376 एमबीबीएस सीटें शामिल हैं।
वहीं, प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में कुल 1135 एमबीबीएस सीटों में जनरल सीट 890, मैनेजमेंट कोटा सीट 245 एमबीबीएस सीटें शामिल है। इसी प्रकार सरकारी डेंटल कॉलेज की 18 बीडीएस सीटें व प्राइवेट डेंटल कॉलेजों में 586 बीडीएस जनरल सीट तथा 108 मैनेजमेंट बीडीएस सीट शामिल है।24 को च्वाॅइस ऑटो लॉक होगी
विद्यार्थियों के सब्मिटेड च्वाॅइस 24 सितम्बर रात 11.55 बजे च्वाॅइस ऑटो लॉक हो जाएगी। द्वितीय राउंड के अलॉटमेंट की सूचना 27 सितम्बर को जारी की जाएगी। इसके बाद 28 सितम्बर से 5 अक्टूबर के मध्य ऑनलाइन अलॉटमेंट लेटर प्रिंट कर सकेंगे। 28 सितम्बर से 5 अक्टूबर के मध्य अकादमिक ब्लॉक एसएमएस मेडिकल कॉलेज जयपुर में अपने ओरिजिनल प्रमाण पत्रों के साथ उपस्थिति देनी होगी।