किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि आंदोलन के तहत गांव का व्यक्ति गांव में, गांव का उत्पादन गांव में रहेगा। इस दिन किसान दूध, सब्जियां, अनाज आदि शहरों में लेकर नहीं जाएंगे। गांव में ही जो खरीदने जाएंगे, उनको बेचेंगे। इस दिन किसान अपने माल का मूल्य खुद तय करेंगे। यह प्रयास ही किसान मजबूती की ओर से कदम बढ़ाएगा।
अभी मंडियों में किसान अनाज लेकर आता है और व्यापारी उसके माल का दाम तय करते हैं। यह व्यवस्था किसान हित में नहीं है। समय आने वाला है, जब किसान अपनी हर चीज का दाम खुद तय करेगा।
उन्होंने बताया कि राजस्थान के 45,537 गांवों को इस आन्दोलन में सम्मिलित होने का आह्वान किया है। आपातकालीन स्थितियों को छोड़कर बस, जीप, रेल या अन्य किसी भी यातायात साधन का उपयोग नहीं किया जाएगा।