एरोड्राम चौराहा स्थित आकाश मॉल के सिनेमाघर में शुक्रवार को फिल्म टाइगर जिंदा है शुरू होने वाली थी। इससे पहले ही सुबह करीब 9 बजे करीब एक समाज विशेष के दो दर्जन लोग मॉल के बाहर पहुंचे। उन्होंने पहले तो यहां नारेबाजी की। इसके बाद मॉल के ऊपरी तल में बने सिनेमाघर में घुसे। यहां उन्होंने फिल्म के पोस्टर फाड़ दिए। इससे वहां अफरा-तफरी का माहौल हो गया। मॉल में हंगामे की सूचना मिलते ही गुमानपुरा पुलिस का जाप्ता तुरंत मौके पर पहुंचा। पुलिस को देखकर प्रदर्शन करने वाले लोग भागने लगे। इसी दौरान धक्का-मुक्की में मॉल के अंदर गैलरी में लगे दरवाजे का एक शीशा टूट गया। जिससे उसके कांच वहां बिखर गए। मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने वहां से कुछ लोगों को पकड़ा और थाने लेकर गए।
हंगामे की सूचना मिलते ही एएसपी उमेश ओझा, उप अधीक्षक बने सिंह मीणा, गुमानपुरा थाने के उप निरीक्षक हंसराज, किशोरपुरा व दादाबाड़ी थानाधिकारी समेत पुलिस जाप्ता मौके पर पहुंचने से एक बार तो क्षेत्र पूरी तरह से पुलिस छावनी बन गया था। बाद में प्रदर्शन करने वाले अधिकतर लोग मौके से भाग गए। पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से मॉल के बाहर वहां जाप्ता तैनात रखा। पुलिस ने बताया कि लोगों की आपत्ती थी कि फिल्म के अभिनेता ने एक जगह पर समाज विशेष के लिए आपत्तीजनक शब्द कहे हैं। जिससे उनमें रोष है। उन्होंने फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग की है।
गुमानपुरा सीआई आनंद यादव ने बताया कि इस मामले में किसी ने कोई रिपोर्ट नहीं दी है। पुलिस ने शांतिभंग में दो जनों विक्की आर्य व विनीत महावर को पकड़ा था। जिन्हें एसीएम सिटी के समक्ष पेश किया गया।
पहले पद्मावती फिल्म को लेकर भी हुआ था विवाद गौरतलब है कि इससे पहले भी राजपूत समाज के लोगों ने फिल्म
पदमावती को लेकर इसी सिनेमाघर में प्रदर्शन व तोडफ़ोड़ की थी। जिसमें पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया था। जिनकी हाईकोर्ट से जमानत हुई थी। साथ ही तोडफ़ोड के कारण सिनेमाघर कई दिन तक बंद रहा था।