बैन नहीं होने तक जारी रहेगा पद्मावती फिल्म का विरोध
राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की ओर से पद्मावती फिल्म को बैन करने की मांग को लेकर मंगलवार को शहर में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। इतिहास को मनोरंजन के नाम पर तोड़-मरोड़ कर फिल्म में पेश किए जाने का लोगों ने विरोध किया। जेडीबी कॉलेज से हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की गई, जिसमें छात्राओं ने फिल्म बैन करने का समर्थन कर हस्ताक्षर किए।
छात्राओं ने कहा कि जिस फिल्म में भारतीय संस्कृति व इतिहास से छेड़छाड़ हो उसे रिलीज नहीं होने दी जाएगी। इसके बाद अभियान राजकीय महाविद्यालय, कलेक्ट्री चौराहा, नयापुरा चौराह, छावनी, चौपाटी व गोदावरी धाम पर लोगों ने हस्ताक्षर कर विरोध दर्ज कराया। राष्ट्रीय करणी सेना प्रदेश उपाध्यक्ष मंजीत सिंह नाथावत ने कहा कि फिल्म का विरोध जारी रहेगा। इस दौरान प्रदेश महासचिव नीना छापोल, महिला इकाई जिलाध्यक्ष रश्मि राठौड़, जिलाध्यक्ष निर्भय सिंह, पूजा सोलंकी, भारती सोलंकी मौजूद रहीं। इधर, एयरोड्राम सर्किल पर सर्वसमाज के लोगों ने प्रदर्शन कर फिल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के पोस्टर पर चप्पल मारकर उनकी नाक काट दी।
देशभर में हो प्रतिबंधित
जय भवानी ग्रुप के संरक्षक अर्जुन सिंह गौड़ ने कहा कि तीन राज्यों में फिल्म पर बैन लगाना सरकार का कदम स्वागत योग्य है। लेकिन, फिल्म को अभी पूरी तरह से प्रतिबंधित नहीं किया गया। एेसे में प्रधानमंत्री जनभावनाओं का ख्याल रखते हुए इसे पूरे देशभर में बैन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक फिल्म पूरी तरह से बैन नहीं हो जाती तब तक विरोध जारी रहेगा। भारतीय संस्कृति व इतिहास से छेड़छाड़ किसी भी सूरत में बर्दाशत नहीं की जाएगी।