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पत्रिका टीम ने मंगलवार को निजी बस ऑपरेटर्स के बुकिंग दफ्तरों की पड़ताल की तो चौंकाने वाली किराया वसूली सामने आई। जयपुर का किराया ही 300 से 320 रुपए तक वसूला जा रहा। आम दिनों में यह 200 रुपए ही लिया जाता है। जब टीम ने उनसे किराया कम करने के लिए कहा तो उनका कहना था कि अभी ही नहीं कमाएंगे तो कब कमाएंगे।
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रोडवेज की तरफ रुझान कम
रोडवेज बस स्टैण्ड पर हालांकि मंगलवार को अन्य दिनों की अपेक्षा भीड़ तो अधिक रही, लेकिन निजी बसों की तुलना में इनमें यात्रियों की कमी रही। रोडवेज प्रबंधन का कहना है कि कोचिंग छात्रों को यदि परेशानी हो रही है तो रोडवेज प्रशासन बस भेजने को तैयार है। इस संबंध में कोचिंग संचालकों को सूचित भी कर दिया गया है। रोडवेज में किराया भी वही लिया जाएगा जो अब तक लिया जा रहा है। प्रादेशिक परिवहन अधिकारी मथुरा प्रसाद मीणा ने बताया कि नियमानुसार स्लीपर कोच बस को पार्टी के लिए बुक किया जा सकता है। ये बसें एक ही स्थानों पर बुक होती हैं। ऐसे में परिवहन विभाग ने इनका कोई भी किराया निर्धारित नहीं कर रखा है।
ये वसूल रहे किराया स्लीपर सीट
गंतव्य तय वसूली तय वसूली
जयपुर 300 450 200 300
जोधपुर 380 500 280 380
उदयपुर 350 500 200 300
दिल्ली 700 1000 500 700
कानपुर 1000 2000 800 1000
अहमदाबाद 800 1000 500 700