जहां देखों वहां दुर्गंध का आलम सामुदायिक भवन के सामने सकतपुरा यूआईटी स्कीम की कॉलोनी है। यहां एक कचरा प्वाइंट बना रखा है। सुबह का कचरा शाम तक नहीं उठता। दुर्गंध से राहगीरों को यहां से गुजरना तक मुश्किल हो रहा। इधर, सुभाष नगर कॉलोनी का कचरा एकत्रित करने के लिए निगम द्वारा तालाब के एक कौने में कचरा पाइंट बनाया हुआ है। यहां भी कचरा समय पर नहीं उठता। मवेशियों का जमावड़ा लगा रहता है, जो राहगीरों को चोटिल कर देते हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि कई बार निगम में शिकायत की गई, लेकिन कुछ नहीं हुआ।
दूसरे वार्ड का भी आता है कचरा जयपुर गोल्डन के सामने निगम द्वारा लगाए कचरा पात्र कचरे से भरा पड़ा था। आसपास गंदगी के ढेर लगे थे, मवेशी कचरे में मुंह मारकर सड़कों पर फैला रहे थे। दुर्गंध के बीच राहगीर मुंह पर कपड़ा बांधे गुजरते नजर आए। स्थानीय निवासियों ने बताया कि पांच-छह दिन तक यहां से कचरा नहीं उठाया जाता। लोगों का जीना दुश्वार हो रहा है। वार्ड 40 की पार्षद मीनाक्षी खण्डेलवाल ने कहा कि कचरा प्वाइंट पर मेरे वार्ड के अलावा दूसरे वार्ड के लोग भी कचरा डालते हैं। इससे यहां अधिक कचरा हो जाता है। सफाई कर्मचारी समय पर कचरा नहीं उठाते। इसकी शिकायत महापौर से की लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
बोरखेड़ा व नयापुरा के लिए एक जेसीबी नयापुरा पुलिया के नीचे सड़क के किनारे कचरा पाइंट बना है, जो कचरे से भरा पड़ा है। लोगों का दुर्गन्ध के मारे जीना मुश्किल हो रहा। मवेशियों का जमावड़ा लगा रहता है। इससे लोगों को यहां से निकलने में काफी परेशानी होती है। लोगों ने बताया कि अक्सर मवेशी लड़ते हुए राहगीरों को चोटिल कर देते हैं। वार्ड 16 की पार्षद मधु कुमावत ने कहां कि निगम द्वारा बोरखेड़ा व नयापुरा में कचरा उठाव के लिए एक ही जेसीबी लगा रखी है। एेसे में दूसरी जगह से काम खत्म होने के बाद ही वह मेरे वार्ड में पहुंचती है। इससे दिनभर कचरा प्वाइंट पर कचरा पड़ा रहता है।