हत्यारों ने विनीता विजय उर्फ गायत्री विजयवर्गीय (45) और उसकी पुत्री पलक विजयवर्गीय(19) की हत्या करने से पहले सीसीटीवी का तार काट दिया तथा वारदात के बाद डीवीआर ले गए। जिस समय घटनाक्रम हुआ, तब विनीता के पति राजेन्द्र विजय अपनी ज्वैलरी के दुकान पर थे और ससुर चांदमल विजय राम मंदिर गए हुए थे। जब वे मंदिर से लौटे तो घर की हालत देख कर चकरा गए। घर में गायत्री और पलक के शव पड़े हुए थे। उनके आसपास खून बह रहा था। उन्होंने तत्काल बेटे राजेन्द्र को फोन करके इसकी सूचना दी और फिर थाने में फोन किया। हत्या के समय मां-बेटी घर ही थे।
कोटा में पक्षों में खूनी संघर्ष, जमकर चले चाकू-तलवारें और गंडासे
दोहरे हत्याकांड की सूचना पर पुलिस महानिरीक्षक बिपिन कुमार पाण्डेय, पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव, एडीएम पंकज ओझा समेत आधा दर्जन से अधिक थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। एफएसएल की टीम ने मौके से सेम्पल लिए। इसके अलावा डॉग स्क्वायड भी मौके पर पहुंची, लेकिन हत्यारों का कोई सुराग नहीं लग पाया। वहीं मृतकों के परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया। उनके घर के बाहर बड़ी संख्या में भीड़ एकत्र हो गई। विजयवर्गीय समाज के पदाधिकारियों ने जल्द हत्यारों को पकडऩे मांग की है।
कई दिन से फिराक में थे पुलिस का मानना है कि अपराधियों ने वारदात को अंजाम देने से पहले रैकी की, जिस समय यह हत्याकांड हुआ तब घर पर मां-बेटी ही थी। राजेन्द्र के पिता चांदमल विजय मंदिर गए हुए थे। वे रोज इसी समय मंदिर जाते हैं और विनीता के पति दुकान पर रहते हैं। ऐसे में अपराधियों को पहले ही पता था कि घर पर मां-बेटी के अलावा और कोई नहीं है।
प्रथम दृष्टया लूट का मामला प्रतीत हो रहा है, घर से सामान भी गायब है। कितना गायब है, ये अभी पीडि़त बता नहीं पा रहे हैं। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच करेगी। जल्द मामले का खुलासा करेंगे।