सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त अतिरिक्त मेला अधिकारी व एसई प्रेमशंकर शर्मा ने बताया कि शनिवार की शाम को मुहूर्त के हिसाब से आतिशबाजी के नजारों के साथ अहंकारी रावण का कुनबे सहित दहन होगा। दहन से पहले गढ़ पैलेस से भगवान लक्ष्मीनारायणजी की सवारी शाम 6 बजकर 11 मिनट पर रवाना होगी। रावण दहन के दिन सुरक्षा की दृष्टि से निगम प्रशासन ने रावण चौक के आसपास पुख्ता बंदोबस्त किए हैं।
एेसा होगा रावण इस बार रावण का पुतला 72 फ ीट ऊंचा बनाया गया है। कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतले 40 फ ीट के होंगे। दहन के दौरान दर्शकों को किसी तरह से कोई व्यवधान न पहुंचे इसके लिए रावण कुनबे के आसपास बेरिकेट्स लगेंगे व सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त रहेंगे। मेला समिति अध्यक्ष राममोहन मित्रा बाबला ने बताया कि फतेहपुर सीकरी के नईम अहमद अपने परिवार व टीम के साथ पुतलों को तैयार किया है। रावण की पौशाक का रंग भी बदला है। इस बार रावण तलवार चलाएगा, आंखें झपकाएगा, गर्दन घुमाएगा और अट्टहास करेगा। कुंभकर्ण व मेघनाद भी तलवार घुमाएंगे।
श्रीनाथपुरम में 70 फीट का रावण श्रीनाथपुरम क्षेत्र में इस बार रावण का पुतला 70 फीट तथा मेघनाथ व कुंभकर्ण के पुतले 35-35 फीट के होंगे। यहां रावण हाथ हिलाता, पलके झपकाता नजर आएगा। रावण का मुकुट भी विशेष होगा। आतिशी नजारों के साथ रावण के पुतले का दहन किया जाएगा। संस्था के मुख्य कार्यकर्ता प्रेमप्रकाश सुमन ने बताया कि वे जन सहयोग से ही रावण के पुतले का दहन करते हैं। राशि कम पड़ती है तो कार्यकर्ता मिलाते हैं।
लगने लगे झूले, चकरी व बाजार मेले में बाजारों में दुकानदार अपनी-अपनी दुकानों को लगाने के लिए तैयारी करते नजर आए। आशापुरा माता मंदिर के पीछे इस बार झूला बाजार लगेगा। यहां झूले चकरी लगने लग गए है। इसी तरह सॉफ्टी बाजार भी सजने लगा है। बाजार नगर एक में बाहर से आने वाले दुकानदारों ने दुकानें लगाना शुरू कर दिया है।
गणेश उद्यान के पीछे लगेगा पशु मेला इस बार भी पशु मेला गणेश उद्यान के पीछे खाली जगह पर ही लगाया जाएगा। निगम ने यहां पशुओं के लिए आधा दर्जन पक्की खेळ बनाई है। रोशनी के लिए लाइटें लगाने का काम शुक्रवार को शुरू हो जाएगा। यहां पशुओं के सजावटी सामानों और कृषि उपकरणों से संबंधित सभी दुकानें भी लगेंगी।