ऐसे में ओबीसी एवं ईडब्ल्यूएस के स्टूडेंट्स को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन सभी स्टूडेंट्स के सामने यह चेलेंज आ रहा है कि उन्हें आवेदन से पूर्व अपना सर्टिफिकेट बनवाना ही होगा, अन्यथा बिना सर्टिफिकेट के आवेदन संभव नहीं होगा। जबकि गत वर्षों में स्टूडेंट्स को सिर्फ अपनी कैटेगिरी ही भरनी पड़ती थी। स्टूडेंट्स के एनटीए से संपर्क भी किया जा रहा है, लेकिन वहां से कोई पूर्ण रेस्पॉन्स नहीं मिल है। ऐसे में स्टूडेंट्स आवेदन करने में असमर्थ है। अगर अभी स्टूडेंट्स कैटेगरी सर्टिफिकेट के लिए आवेदन भी करता है तो उसे बनवाने की औपचारिकताओं में बहुत समय लगता है। ऐसे में एनटीए को चाहिए कि ऐसे स्टूडेंट्स को पूर्व की भांति आवेदन में रियायत दें अथवा इसका कोई समाधान निकले ताकि नियत तिथि तक स्टूडेंट्स आवेदन कर सकें।
आधार नंबर से आवेदन हुआ लिंक
इस वर्ष आवेदन में आईडेंटिटी प्रूफ में मांगे गए आधार नंबर को आवेदन में स्टूडेंट्स के नाम से लिंक कर दिया गया है। यदि स्टूडेंट्स गलत आधार नंबर फिल करके स्वयं का नाम सही फिल करता है तो आवेदन पूर्ण ही नहीं होता है और यदि स्टूडेंट्स गलत नाम फिल करके सही आधार नंबर फिल करता है तो भी आवेदन पूर्ण नहीं हो सकता है। ऐसे में स्टूडेंट को आवेदन करने से पूर्व अपने आधार कार्ड में अपना नाम एवं डेट ऑफ बर्थ को अपनी 10 एवं 12 की मार्कशीट से मिलान कर लेना चाहिए, ताकि आवेदन के दौरान कोई समस्या नहीं आए।