Kota Mahotsav संपन्न, अब ऐसे मिलेगी चंबल रिवर फ्रंट पर फ्री एंट्री, यहां एक दिन में पहुंचे 1 लाख 5 हजार लोग
रिवरफ्रंट के शौर्य घाट पर संभाग स्तरीय युवा महोत्सव में उपखंड स्तर पर आयोजित सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं के विजेताओं ने अपनी मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुतियां दी।
Kota Mahotsav 2024: कोटा में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किए गए कोटा महोत्सव में शहरवासियों समेत पर्यटकों ने उत्साह से भाग लिया। तीन दिवसीय आयोजन में सवा दो लाख से अधिक लोगों ने भागीदारी निभाई। महोत्सव अपनी सांस्कृतिक धरोहर और विविधता को प्रदर्शित करने का मंच बन गया।
मुय अतिथि कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की पहल पर कोटा पर्यटन के क्षेत्र में नया इतिहास लिखने जा रहा है। यहां के मथुराधीश मंदिर, मुकुंदरा हिल्स, जीवनदायिनी चंबल नदी और जैविक विविधता विश्व पटल पर अपनी अलग पहचान बना रहे हैं। इस दौरान जिला कलक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त मनीषा तिवारी, एडीएम कृष्णा शुक्ला, व्यापार संघ पदाधिकारी, अधिकारी और बड़ी संया में लोगों और स्टूडेंट्स ने भाग लिया।
पर्यटन विभाग के उपनिदेशक विकास पंड्या ने बताया कि महोत्सव में बुधवार सुबह आयोजित साफा प्रतियोगिता में महिला वर्ग में प्रथम श्वेता, द्वितीय करीना और संतोष सुमन ने तृतीय रही। पुरुष वर्ग में भवानी सिंह प्रथम, दीपक मेहरा द्वितीय और जितेंद्र सिंह को तृतीय स्थान मिला। इसी प्रकार मूंछ प्रतियोगिता में धन्नालाल गुर्जर ने प्रथम, आर्यन राज ने द्वितीय और श्याम जोशी ने तृतीय स्थान प्राप्त कर महोत्सव में चार चांद लगाए।
चंबल रिवरफ्रंट पर हर दिन बने रेकॉर्ड
चंबल रिवरफ्रंट पर कोटा महोत्सव के दौरान आयोजित कार्यक्रमों में लोगों की भीड़ उमड़ी। महोत्सव के दौरान यहां लोगों के लिए निशुल्क प्रवेश रखा गया था। ऐसे में प्रतिदिन यहां नए रेकॉर्ड बने। महोत्सव के पहले दिन जहां रिवरफ्रंट पर 35 हजार लोग पहुंचे, वहीं दूसरे दिन लोगों की संया 55 हजार को पार कर गई। वहीं तीसरे दिन बुधवार को 1 लाख 5 हजार से अधिक लोग कार्यक्रमों में भाग लेने पहुंचे।
आज से ऑनलाइन ही मिलेगी नि:शुल्क एंट्री
तीन दिवसीय कोटा महोत्सव बुधवार को संपन्न हो गया। गुरुवार से रिवरफ्रंट पर नि:शुल्क प्रवेश के लिए ऑनलाइन बुकिंग करवानी पड़ेगी। महिला अधिकारिता के सहायक निदेशक मनोज कुमार मीणा ने बताया कि शौर्य घाट पर 29 दिसंबर तक अमृता हाट सुबह 10 से रात 8 बजे तक चलेगा। शौर्य घाट पर 26 दिसंबर को शाम 4 बजे से डांस प्रतियोगिता, 27 दिसंबर को शाम 4 बजे से मिस अमृता 2024 प्रतियोगिता एवं कोटा एक्सप्लोर, 28 दिसंबर को शाम 4 बजे से कवि समेलन कार्यक्रम तथा 29 दिसंबर को शाम 4 बजे से गायन प्रतियोगिता का आयोजित की जाएगी।
रिवरफ्रंट पर राजीविका समूह की महिलाओं की ओर से स्वनिर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी एवं बाजार लगाया जा रहा है। अमृता हाट मेले में प्रदेशभर से महिला समूहों की दुकानें लगाई गई हैं। जिसमें विभिन्न तरह के उत्पादों का प्रदर्शन एवं विक्रय किया जा रहा है। इनमें अलवर का टैराकोटा, बीकानेर के नमदे, मंगोड़ी, पापड़, जूतियां, कोटा डोरिया आदि प्रमुख है।
केनवॉस पर उतारे रिवरफ्रंट के नजारे
रिवरफ्रंट पर विभिन्न राज्यों से आए चित्रकारों ने पेंटिंग वर्कशॉप में चंबल रिवरफ्रंट की खूबसूरती को अपने नजरिए से निहारते हुए केनवॉस पर उतारा। राजस्थान की लोक संस्कृति को भी कलाकारों ने अपने चित्रों का विषय बनाया।
संभाग स्तरीय युवा महोत्सव में नजर आई सांस्कृतिक की झलक
रिवरफ्रंट के शौर्य घाट पर संभाग स्तरीय युवा महोत्सव में उपखंड स्तर पर आयोजित सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं के विजेताओं ने अपनी मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुतियां दी। महोत्सव में लोक नृत्य, लोकगीत, सामूहिक नृत्य, सामूहिक गीत सहित विभिन्न एकल एवं सामूहिक प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। इस दौरान रामपुरा संगीत विद्यालय की छात्राओं ने बरखा जोशी के नेतृत्व में प्रस्तुति दी।
समापन बुधवार रात भव्य आतिशबाजी के साथ हुआ। तीन दिवसीय महोत्सव में अलग-अलग मंचों पर विभिन्न शैलियों और विधाओं की शानदार प्रस्तुति देखने को मिली। बुधवार शाम को प्रयात कथक नृत्यांगना मोनिशा नायक की भव्य नृत्य प्रस्तुति घंटी घाट पर आयोजित की गई, जबकि नंदी घाट पर लोक कलाओं का जादू चला।
भपंग वादन, कालबेलिया, चरी नृत्य ने बांधा समा
नंदी घाट पर लोकरंग की इंद्रधनुषी छटा बिखर गई। राजस्थानी लोक कलाकारों ने एक से एक बढ़कर प्रस्तुतियों से दर्शकों का दिल जीत लिया। तालिब खान एवं दल जैसलमेर की ओर से गणेश वंदना केसरिया बालम आओ नी… के साथ की गई। एक के बाद एक खूबसूरत प्रस्तुतियां के बाद जब अशोक शर्मा एवं दल द्वारा कृष्ण महारास एवं फूलों की होली की भव्य प्रस्तुति दी गई तो सभी मंत्र मुग्ध हो उठे। श्रीराम जोशी एवं दल द्वारा बम रसिया के माध्यम से कृष्ण की लीलाओं का बखान किया गया। गौतम परमार द्वारा भवई नृत्य एवं जवाईजी पावड़ा की प्रस्तुति को दर्शकों की खूब दाद मिली, वहीं गफरुद्दीन मेवाती का भपंग वादन सबको रोमांचित कर गया। उन्होंने मीठी जुगलबंदी और है रही है टर टर…लोकप्रिय प्रस्तुति से जमकर मनोरंजन किया। लीला देवी ने कालबेलिया नृत्य प्रस्तुत किया।
कोटा महोत्सव में फैशन में छाए कोटा डोरिया के परिधान
शाम को शौर्य घाट पर फैशन शो आयोजित किया गया। इसमें पंच गौरव में शामिल एक जिला एक उत्पाद के तहत कोटा डोरिया के परिधान का जलवा बिखरा। इनमें कोटा डोरिया जरी साड़ी, कोटा डोरिया से निर्मित लहंगे, स्कर्ट्स, डोरिया विद लहरिया, डोरिया वेस्टर्न ड्रेसेस और किड्स फ्रॉक शामिल रहे।
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