आधा शहर डूबा अंधेरे में, निगम में लगा शिकायतों का अम्बार
27 किमी का टोल करीब 54 किमी के बराबर होगा यही नहीं, इस साढ़े 27 किमी में भी जो टोल राशि ली जाएगी वह करीब 54 किमी के बराबर होगी। इस तरह यह ब्रिज हर साल करीब 50 करोड़ रुपए राजस्व देगा। एनएचएआई अधिकारियों के अनुसार यहां जल्द ही टोल स्थापित कर दिए जाएंगे। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि नोटिफिकेशन के बाद ही टोल राशि की गणना और निविदा आदि की प्रक्रिया होगी।किशार सागर तालाब में कूदी लड़की, रात भर तशालते रहे गोताखोर
एेसे मिलेंगे 50 करोड़ यातायात पुलिस उप अधीक्षक श्योराजमल मीणा ने बताया कि शहर से रोजाना 8 से 10 हजार बाहरी वाहन गुजरते हैं। इनमें 5 से 7 हजार हैवी और 2 से 3 हजार छोटे व्हीकल शामिल हैं। मोटे अनुमान के मुताबिक रोज की टोल वसूली करीब 13 लाख होगी। साल में यह आंकड़ा 45 से 50 करोड़ रुपए तक पहुंचेगा।प्राइवेट कॉलेजों में बैक डोर दाखिले करवाने में जुटी सरकार
एेसा रहेगा टोल का गणित एनएचएआई नियमों के मुताबिक बड़े पुल या स्ट्रक्चर के निर्माण पर दस गुना और बाइपास से गुजरने पर डेढ़ गुना टोल वसूला जाता है।हैंगिंग ब्रिज 1.5 किमी लंबा है। दस गुने के हिसाब से उस पर 15 किमी का टोल बनता है। यह बाइपास पर है लिहाजा 26 किमी बाइपास का डेढ़ गुना 39 किमी भी इसमें जुड़ेगा। इस तरह कुल 54 किमी का टोल देना होगा गुजरने वाले वाहनों को।