निगम चुनाव के दौरान लोगों, जन संगठनों और समूहों ने बैठकर रोडमेप तैयार किया और शहर के विकास के मुद्दे तय किए। लोगों ने कहा, कोटा को स्मार्ट बनाने के लिए नगर निगम के पूरे सिस्टम को स्मार्ट बनाना पड़ेगा। इसके बाद नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल और भाजपा के चुनाव समन्वयक राजेन्द्र राठौड़ ने भी उन्हीं मुद्दों को संकल्प पत्र के रूप में जनता के समक्ष रखा। अब जनता उम्मीद कर रही है कि जनता के मुद्दे और नगरीय विकास मंत्री की ओर की गई घोषणाओं को मूर्त रूप दिया जाए।
2. हैल्पलाइन सिस्टम बेहतर हो: अभी नगर निगम के हैल्पलाइन सिस्टम से लोग संतुष्ट नहीं है। शिकायतों पर कार्रवाई नहीं होती।
7. नगरीय परिवहन: शहर के सभी इलाकों तक नगर निगम की बस सेवा सुलभ नहीं है। शहर में हर इलाके के लिए बेहतर बस सेवा शुरू करने की जरूरत है। नांता, कुन्हाड़ी, सोगरिया, भदाना, बारां रोड और विश्वविद्यालय क्षेत्रों तक बसों का संचालन किया जाए।
9. समय पर हो बैठकें: नगर निगम बोर्ड और समितियों की बैठक नियत समय पर हो।
भवन निर्माण स्वीकृति नामांतरण
जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र विवाह प्रमाण पत्र
अतिक्रमण की शिकायत किसी भी प्रकार की एनओसी कार्य शुरू कर दिया है
महापौर मंजू मेहरा ने बताया कि राजस्थान पत्रिका ने जन एजेण्डा के माध्यम से जो मुद्दे उठाए थे, उसके अनुसार कई कार्य शुरू कर दिए हैं। सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए सभी 70 पार्षद रोज अपने वार्ड में समय दे रहे हैं। हर वार्ड में टिपर पहुंच रहा है। गंदगी और मृत मवेशियों की शिकायतों पर त्वरित निस्तारण किया जा रहा है। इसमें लगातार सुधार किया जाएगा। इसी माह सिटी बसों का संचालन किया जाना प्रस्तावित है।