रेतवाली में संग्राम सिंह हाड़ा उसकी पत्नी मनोरमा व तीन बच्चियों के साथ किराये के एक कमरे में रहता है। संग्राम ने बताया कि उसकी पत्नी सोमवार सुबह 8. 30 बजे करीब गैस चूल्हे पर खाना बना रही थी। तभी गैस सिलेण्डर खत्म हो गया। ऐसे में मनोरमा ने संग्राम सिंह से सिलेण्डर बदलने को कहा था। संग्राम सिंह दूसरा सिलेण्डर लाया और बदल दिया। इसके बाद मनोरमा ने जैसे ही चूल्हा जलाया, सिलेण्डर ने आग पकड़ ली। अचानक लगी आग से दोनों घबरा गए और दूर हटे। लेकिन तब तक तो आसपास रखे कपड़े व अन्य सामनों ने आग पकड़ ली और पलंग पर सो रही तीन बच्चियों तक आग पहुंच गई। आग की चपेट में आने से तीनों बच्चियां गनिष्का (8), खुश्मिता उर्फ खुशी (डेढ़ साल) व कनिष्का (3) झुलस गई। परिजन उन्हें तत्काल एमबीएस अस्पताल लेकर गए। जहां तीनों को बर्न बार्ड में भर्ती कराया है।
सिलेण्डर को कमरे से बाहर फेंका और बुझाई आग संग्राम ने बताया कि जैसे ही आग लगी उसने तत्काल सिलेण्डर से रैगुलेटर हटाया और सिलेण्डर को कमरे के बाहर फेंका। शोर मचाने पर मकान मालिक गोपाल सिंह भाग कर आया और सिलेण्डर पानी डालना शुरू कर किया। सिलेण्डर पर कंम्बल डाला उसके बाद लगातार पानी डालते गए। आसपास के लोगों ने भी सहयोग किया तो आग पर काबू पा लिया गया। गोपाल सिंह और मनोरमा भी हल्के झुलस गए।