मंडी सचिव डॉ. हेमलता मीना ने बताया कि यार्ड दो में माशाहखोरों ने पक्के चबूतरे बना लिए और छाया के लिए तिरपाल और टीनशेड लगा लिए थे। जिला प्रशासन की मदद से यार्ड 2 से सभी अतिक्रमणों को हटा दिया गया। पहले दिन पहले गुरुवार को यार्ड में जमे स्थाई ठेलों, पशुपालकों व तबेलों को हटाया गया। शुक्रवार को बुलडोजर की सहायता से यार्ड में 200 से ज्यादा पक्के चबूतरों व टीनशेडों को ध्वस्त कर 11 बीघा जमीन को अतिक्रमण से मुक्त करा लिया। उन्होंने बताया कि दुबारा अतिक्रमण न हो इसके लिए गार्डों की ड्यूटी लगाई जाएगी। यार्ड में लेवलिंग का काम करवाया जाएगा और यहां करवाए जाने वाले कार्यों का प्रस्ताव बनाकर जयपुर भेजा जाएगा। इसके बाद पॉलीटेक्निक ग्राउण्ड में चल रही सब्जीमंडी को धीरे*धीरे यहां शिफ्ट किया जाएगा। इस दौरान मंडी अध्यक्ष ओम मालव भी मौजूद रहे।
श्रीआजाद मिनी होलसेलर माशाहखोर व्यापार यूनियन के संरक्षक व मंडी समिति बोर्ड सदस्य अशोक अग्रवाल ने मंडी समिति पर बिना नोटिस दिए अतिक्रमण निरोधक कार्रवाई करने पर आपत्ति जताई।