एेसे में यह मांझा पक्षियों की मौत का कारण बन रहा है तथा बच्चे व युवा जख्मी हो रहे हैं। यह मांझा आमजन के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। इस मांझे से शुक्रवार को मोडक़ गांव में एक बाइक सवार युवक की गर्दन पर कट लग गया। इस घटना से आक्रोशित लोगों ने चायनीज मांझा बेचने वालों पर कार्रवाई करने की पुलिस से मांग की।
कोटा
आगार की इन बसों में सफर करने से बचना, कोहरे में बिना फॉग लाइट दौड रही हैं बसेंमोडक़ गांव निवासी भरत चीता ने बताया कि शुक्रवार सुबह नौ बजे वह मित्र राहुल मीणा के साथ मोडक़ से रामगंजमंडी आने के लिए बाइक से निकला था।
शिवनगर कॉलोनी के निकट उड़ती हुई एक पतंग का मांझा उसके गले तक आया जिससे उसकी गर्दन पर कट लग गया। इससे उसकी गर्दन से खून निकलने लगा। राहुल तुरंत मोडक़ सामुदायिक चिकित्सालय पहुंचा जहां मिले चिकित्साकर्मियों ने उसकी गर्दन पर लगे कट पर पांच टांके लगाए। बाद में भरत चिकित्सकों से परामर्श लेने रामगंजमंडी चिकित्सालय आया।
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दुकानदारों से की विनती
पंचायत समिति सदस्य पवन चीता, रामबाबू टेलर, राहुल चीता, पिंटू, गोपाल चन्द्रप्रकाश, धीरज, सौरभ अजय चीता, विजय आदि युवाओं को इस मामले की जानकारी मिली तो वे मोडक़ गांव में पतंग व मांझा बेचने वाले दुकानदारों से मिले और चाइनीज मांझा नहीं बेचने की विनती की। युवकों ने मोडक़ पुलिस में इस मामले की शिकायत कर चायनीज मांझा बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
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बैठक में उठ चुका मामला
गौरतलब है कि रामगंजमंडी क्षेत्र में चायनीज मांझा खुले आम बेचा जा रहा है। प्रशासन की तरफ से इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। पुलिस थाने में होने वाली शांति समिति की बैठक में भाजपा नेता कन्हैयालाल पोरवाल ने प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में मांझा बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद आज तक अधिकारियों ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की और शुक्रवार को मोडक़ गांव में युवक के साथ घटना हो गई।
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सख्त कार्रवाई हो
खैराबाद पंचायत समिति सदस्य पवन चीता ने बताया कि चायनीज़ मांझे से पक्षी व आमजन की जान को खतरा है। राज्य सरकार की ओर से इसके इस्तेमाल व बिक्री पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। इसके बावजूद यह बाजार में आसानी से उपलब्ध है। प्रशासन को चाहिए कि नियमों का उल्लंघन करने वाले ऐसे दुकानदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे ताकि मूक पक्षियों व आम जन की जान सुरक्षित रहे।