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corona update :वायरस जनित रोगों का कहर, एक दशक में सांस से जुड़ी बीमारियां ज्यादा

corona update : पिछले एक दशक से बैक्टीरिया जनित रोगों की तुलना में वायरस जनित रोगों ने दुनियाभर में कोहराम मचा रखा है। अब कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन बीएफ-7 ने देश में दस्तक दे दी है।

कोटाOct 20, 2022 / 11:51 pm

Deepak Sharma

corona update :वायरस जनित रोगों का कहर, एक दशक में सांस से जुड़ी बीमारियां ज्यादा

corona update : वायरस जनित रोगों का कहर, एक दशक में सांस से जुड़ी बीमारियां ज्यादा

जयप्रकाश सिंह
corona update : पिछले एक दशक से बैक्टीरिया जनित रोगों की तुलना में वायरस जनित रोगों ने दुनियाभर में कोहराम मचा रखा है। दो साल पहले महामारी बने कोरोना से पूरी दुनिया कांप चुकी है। कोरोना से पहले पिछले एक दशक में प्रदेश और देश में स्वाइन फ्लू और चिकनगुनिया जैसी वायरस जनित बीमारियों ने कहर बरपाया। इन बीमारियों से हजारों लोगों की मौत हो गई। अब कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन बीएफ-7 ने देश में दस्तक दे दी है।
चिकित्सकों के अनुसार, कोरोना का असर कम होने के बाद से लोगों ने सतर्कता बरतना कम कर दिया है। बाजार और सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ उमड़ रही है। ऐसे में संक्रमण फिर से फैल सकता है। कोरोना का नया वैरिएंट पहले से ज्यादा संक्रामक है। हालांकि यह बहुत घातक नहीं माना जा रहा है।
पशुओं से मनुष्य में फैला

चिकित्सकों के अनुसार, वायरस जनित रोगों के फैलने के कई कारण सामने आए। इनमें से कुछ रोग जूनोसिस या जूनोटिक डिजीज की श्रेणी में आते है, जो पहले पशुओं में होते थे। इनसे ये मनुष्य में स्थानान्तरित हो गए। यानी ये वायरस पशुओं के जरिए मनुष्य में फैल गए।
बार-बार बदलता है रूप
कोरोना और स्वाइन फ्लू के मामले वायरस राइबो न्यूक्लिक एसिड की श्रेणी में आते है। आरएनए एक तरह का न्यूक्लिक एसिड होता है, जो सीधे प्रोटीन संश्लेषण में शामिल होता है। यह बार-बार रूप बदलता है। कोरोना के लगातार नए वैरिएंट सामने रहे हैं।
तेजी से शहरीकरण
वायरस जनित रोगों के फैलने के पीछे आधुनिक जीवन शैली और तेजी से हो रहे शहरीकरण को बड़ा कारण माना जा रहा है। इसके अलावा पर्यावरण में बदलाव व प्राकृतिक आपदा भी कारण है। चिकित्सकों के अनुसार, बैक्टीरिया जनित रोग दूषित खाने और पानी से फैलते हैं। अब खाने-पीने में जागरूकता के कारण बैक्टीरियल बीमारियां कम होती जा रही है, लेकिन वायरस जनित रोग बढ़ रहे है। वायरस श्वांस के जरिए शरीर में प्रवेश करता है। इनमें कोरोना और स्वाइन फ्लू सबसे ज्यादा है।
लोगों का आवागमन बढ़ा
चिकित्सकों के अनुसार, हवाई, रेल और सड़क कनेक्टिीविटी अच्छी होने से दुनिया भर में लोगों का आवागमन बढ़ा है। इसी वजह से संक्रमण भी तेजी से फैला। कोरोना के पूरे विश्व में महामारी बनने का प्रमुख कारण लोगों को मूवमेंट रहा। इन दिनों त्योहारी सीजन चल रहा है। लोगों की एक शहर से दूसरे शहर में आवाजाही बढ़ गई है। ऐसे में वायरस के ज्यादा सक्रिय होने की आशंका है।
वेंटीलेशन कम, संक्रमण की आशंका

वर्तमान में इनडोर गतिविधियां बढ़ गई है। अधिकांश लोग बंद कमरों और भवनों में काम कर रहे हैं। इन जगहों पर वेंटीलेशन कम होने से हवा के जरिए वायरस का संक्रमण की आशंका बढ़ जाती है।
साफ पानी में डेंगू की मुसीबत

डेंगू और चिकनगुनिया मच्छर से फैलता है। यह मच्छर साफ पानी में पनपता है। इस साल भारी बरसात के कारण अधिकांश खाली जगहों और जलाशयों में पानी भरा हुआ है। इस कारण कोटा समेत पूरे प्रदेश में डेंगू तेजी से फैल रहा है।

पिछले कुछ समय में वायरस जनित रोग ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। इसके लिए लोगों की जीवन शैली और शहरों का आधुनिकीकरण भी बड़ा कारण है। लोगों की इंडोर एक्टिीविटी बढ़ गई है। ऐसे में पूअर वेंटीलेशन की वजह से भी कोरोना, स्वाइन फ्लू जैसे रोग फैल रहे है। इन दिनों बाजार में भारी भीड़ है। लोग सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करें और मॉस्क पहने।
डॉ मनोज सालूजा, सीनियर प्रोफेसर मेडिसिन, कोटा मेडिकल कालेज

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