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कार्यकर्ताओं का कहना है कि देश भर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ( PM Narendra Modi ) को दुबारा प्रधानमंत्री बनाने के लिए जहां कार्यकर्ता अपना पसीना बहा रहे थे, वहीं गुंजल, उनके समर्थक कार्यकर्ता और पदाधिकारी खुलेआम भाजपा के खिलाफ प्रचार अभियान में लगे हुए थे। केन्द्रीय नेतृत्व से पार्टी के इन बागी नेताओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की गई है। उनका कहना है कि पार्टी ऐसे लोगों को विधायक तक बनने का अवसर दे देती है, जो पार्टी के खिलाफ चुनौतीपूर्ण मौके पर भी दगा कर देते हैं। गौरतलब है कि इस बार भाजपा प्रत्याशी ओम बिरला को चुनाव में दो मोर्चों पर मुकाबला करना पड़ा था। एक मोर्चा उनकी ही पार्टी के पूर्व विधायक और पदाधिकारियों ने खोल रखा था और दूसरे मोर्चे पर कांग्रेस थी।
कार्यकर्ताओं को धमकाने का ऑडियो
भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व और राष्ट्रीय अध्यक्ष को पूर्व विधायक गुंजल के ऑडियो भी भेजे गए हैं। जिसमें वे कार्यकर्ताओं को भाजपा प्रत्याशी का काम नहीं करने के लिए चेतावनी देते सुनाई दे रहे हैं। ऐसे दो ऑडियो में जहां एक में वे अपने ही कार्यकर्ता को पार्टी विरोधी काम करने के लिए कह रहे हैं और दूसरे ऑडियो में वे भाजपा की सभा के लिए कार्यकर्ताओं को लाने से कुछ पदाधिकारियों को मना करते सुनाई दे रहे हैं।
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जानकारी सभी को है, कार्रवाई का इंतजार
भाजपा सूत्रों के अनुसार कोटा में चुनाव प्रचार के दौरान आए केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर, प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना को भी कार्यकर्ताओं ने इस खुली बगावत की जानकारी दी थी। उन्हें बताया था कि किस तरह से बैठकें आयोजित कर पार्टी विरोधी माहौल बनाया गया। बागियों के कार्यकर्ता वाहनों में भाजपा के खिलाफ प्रचार करते रहे। दोनों ही पदाधिकारियों ने राजस्थान में मतदान के दूसरे चरण के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया था, लेकिन दूसरा चरण पूरा होने के बाद भी अभी तक कार्रवाई नहीं की गई है।
वीडियो बनाए गए कांग्रेस को वोट देने के
चुनाव में बगावत का रंग इतना गाढ़ा था कि पार्टी के पदाधिकारियों तक को अपनी निष्ठा साबित करने के लिए वीडियो बनाने पड़े। ऐसे ही कुछ वीडियो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को भेजे हैं। जिसमें भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता ईवीएम पर मतदान का वीडियो बना रहे है। जिसमें वे पहले गुंजल के पक्ष में नारा लगाते दिखते हैं और उसके बाद अन्य प्रत्याशी को बटन दबा कर मतदान करते हैं। ऐसे वीडियो भेजकर अपनी बगावत को साबित करने का जतन किया गया। ऐसे अनेक वीडियो पिछले दिनों वायरल भी हुए।