मासूम किलकारी भी नहीं जगा पाई ममता, 1 दिन के नवजात को छोड़ा बेसहारा
यह किया था दावा
महापौर व आयुक्त ने जोनवाइज सफाई के टेण्डर जारी करते हुए दावा किया था कि प्वाइंट पर कचरा नजर नहीं आएगा। यदि कचरा फैला दिखा तो ठेकेदार पर मोटा जुर्माना लगाया जाएगा। दो बार कचरा उठाया जाएगा। नए टेण्डर होने से बड़े ठेकेदार आएंगे, प्रभावी निगरानी रहेगी।
पार्षदों के एक गुट ने ठेका निरस्त करवाने के लिए 17 पार्षदों के हस्ताक्षर कराए, लेकिन ज्यादातर पार्षदों को यह पता ही नहीं था कि क्या शर्ते हैं। पार्षद महेश गौतम सोनू का कहना है कि मेरे से ज्ञापन पर हस्ताक्षर करवाए थे, शर्तों के बारे में जानकारी नहीं थी।
पार्षद गोपालराम मण्डा का कहना है कि किसके दबाव में कचरा परिवहन के टेण्डर निरस्त हुए, महापौर खुलासा करें। बार-बार टेण्डर निरस्त करने से कैसे शहर साफ होगा।
अनिल सुवालका, प्रतिपक्ष नेता भाजपा पार्षद छद्म नामों से ठेकेदारी करते हैं। निजी स्वार्थ के लिए सफाई व कचरा परिवहन के टेण्डर निरस्त कराते हैं। निष्पक्ष जांच हो। मामला बोर्ड बैठक में उठाएंगे।
जवाब ये…
पार्षद विनोद नायक का कहना है कि ऐसी शर्तें तय की गई थी कि ठेकेदार टेण्डर प्रक्रिया में भाग नहीं ले रहे थे। इसलिए टेंडर निरस्त करवाने के लिए ज्ञापन दिया।
वृद्धाश्रम की आड़ में किया जा रहा था ये
काम , निरीक्षण हुआ तो खुल गई पोलवेतन नहीं तो सफाई नहीं
शहर के वार्ड 33 और 61 के ठेका श्रमिकों ने ठेकेदार द्वारा वेतन का भुगतान नहीं करने पर सोमवार को हड़ताल कर दी। इस कारण दोनों वार्डों की सफाई व्यवस्था ठप हो गई। सूचना पर वार्ड 33 के पार्षद राममोहन मित्रा सेक्टर कार्यालय पहुंचे और ठेकेदार से बात की, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। इस कारण दोनों वार्डों में सफाई नहीं हो पाई।
ठेका श्रमिकों का कहना है कि ठेकेदार पिछले चार-पांच माह से कभी भी समय पर वेतन का भुगतान नहीं करता। कई श्रमिकों को दो माह से भुगतान नहीं किया गया। बार-बार आश्वासन देकर टरका देता है। इस कारण अब भुगतान नहीं होने तक हड़ताल जारी रखी जाएगी।