. कार्यक्रम में कोटा स्मार्ट सिटी परियोजना के आर्किटेक्ट मनोज पाराशर ने परियोजना के तहत चल रहे कार्यों की प्रगति पर प्रजेंटेशन दिया। इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट कोटा चेप्टर के अध्यक्ष बृजेश मुक्तावत ने स्मार्ट सिटी में भवनों की डिजाइन एवं ईकोफ्रेडली तकनीक को अपनाने पर जोर दिया। मुक्तावत ने चंडीगढ़ का उदाहरण देते हुए बताया कि किस प्रकार वहां शहर की प्लानिंग सफ ल हुई। प्रतिभागी हिंमांशु अरोड़ा ने स्मार्ट नागरिक तथा जनभागीदारी पर जोर दिया।
सेमिनार के समन्वयक कृष्ण राज सिंह खींची ने बताया कि कोटा आगे बढ़ रहा है। जिसका दुनिया में नाम भी है। 100 स्मार्ट शहरों में कोटा की पहचान नए रूप में स्थापित हो रही है। आने वाले समय में कोटा में सौर ऊर्जा, शिक्षा तथा कोटा स्टोन को काफ ी बुलंदी मिलेगी। महापौर महेश विजय ने कहा है कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में शहर में कई काम हुए है।
जल्द पर्यटन बसें संचालित किया जाना संचालित है। क्लब के अध्यक्ष डॉ. योगेंद्र लोहमी ने कहा, नागरिकों के सहयोग के बिना कोई भी परियोजना पूरी नहीं कही जा सकती। कार्यक्रम में जल बिरादरी के प्रदेश उपाध्यक्ष बृजेश विजयवर्गीय, पूर्व उप महापौर राकेश सोरल, उम्मेद क्लब के सचिव तरूीमत सिंह बेदी सहित कई प्रतिनिधियों ने भाग लिया।