चावड़ा ने बताया कि वह बचपन से ही पत्रिका पढ़ते आए हैं। पत्रिका के समाचारों से ही संतुष्टि मिलती है। सधी भाषा व सटीक जानकारी संतुष्टि देते हैं। वह पत्रिका में राशिफल, रविवारीय व परिवार परिशिष्ट पढऩा नहीं भूलते। पत्रिका के सामाजिक सरोकार भी उन्हें प्रेरित करते हैं। हरयाळो राजस्थान से प्रेरित होकर उन्होंने कई पौधे लगाए भी हैं। चावड़ा मानते हैं कि पत्रिका जो भी मुद्दा उठाती है, प्रशासन व सरकार उसे गंभीरता से लेती है।
चावड़ा की पत्नी पूजा व मां निर्मला, बेटियां नव्यांशी व त्वष्टा भी कार के उपहार को लेकर काफी उत्साहित हैं। मां निर्मला ने बताया कि ड्रॉ पूजा की मेहनत का फल है। पत्नी पूजा ने बताया कि वह कार से परिवार के साथ जोधपुर घूमने जाएंगे। पूजा ने बताया कि वह पत्रिका की नियमित पाठक हैं और पत्रिका में प्रकाशित समाचारों को वह ज्ञान कोष के रूप में देखती हैं तथा सामान्य ज्ञान बढ़ाने के लिए डायरी में नोट भी करती हैं। परिवार का मानना है कि नए साल में नई कार संकेत करती है कि नया साल घर में ढेरों खुशियां लाएगा।