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पांच कम्पनियों को दिया जिम्मा
नमो ड्रोन दीदी योजना के लिए प्रदेश को पांच जोन में बांटा गया है। इसमें ड्रोन संचालन से लेकर इसके माध्यम से खेती का प्रशिक्षण देने के लिए पांच कम्पनियों को जिम्मा दिया गया है। इसमें इफको, चम्बल फर्टिलाइजर्स एण्ड कैमिकल्स लिमिटेड (सीएफसीएल), एनएफसीएल व दो अन्य कम्पनियां शामिल हैं। कोटा जिले में नमो ड्रोन दीदी की ट्रेनिंग सीएफसीएल की ओर से दी जा रही है।
ऐसे देंगे ट्रेनिंग
नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत महिलाओं को ड्रोन उड़ाने, डेटा विश्लेषण और ड्रोन के रखरखाव के बारे में ट्रेनिंग दी जा रही है। उन्हें ड्रोन का इस्तेमाल करके अलग-अलग कृषि कार्यों के लिए भी प्रशिक्षित किया जाएगा। इनमें फसलों की निगरानी, कीटनाशकों और उर्वरकों का छिड़काव और बीज बुआई शामिल है।
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क्या है नमो ड्रोन दीदी
नमो ड्रोन दीदी स्कीम के कई फायदे होंगे। इसके जरिये महिलाओं को सशक्त बनाना पहली प्राथमिकता है। यह स्कीम उन्हें आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाएगी। इससे कृषि क्षेत्र में उत्पादकता और दक्षता में बढ़ोतरी होने के आसार हैं। यह स्कीम कृषि में लगने वाली लागत में कमी ला सकती है। इससे रोजगार के मौके भी बढ़ेंगे।