भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक हेमन्त प्रियदर्शी (अतिरिक्त चार्ज महानिदेशक) ने बताया कि एसीबी की जयपुर नगर द्वितीय इकाई को गोपनीय सूचना मिली थी कि बूंदी वन विभाग के कुछ कार्मिक रिश्वत की बड़ी राशि एकत्र कर कार में बूंदी से अरण्य भवन, जयपुर आ रहे हैं।
इस पर जयपुर नगर द्वितीय इकाई के उप अधीक्षक अभिषेक पारीक के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया गया। सत्यापन में पुष्टि होने के बाद पुलिस निरीक्षक छोटीलाल मय टीम ने आकस्मिक चैकिंग करते हुए अरण्य भवन, जयपुर में संदिग्ध कार को रुकवाया और तलाशी ली।
कार में राजकुमार शर्मा वन रक्षक, रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व बूंदी, शक्तिप्रकाश वरिष्ठ सहायक कार्यालय उप वन संरक्षक बूंदी, भैरुलाल गोस्वामी वरिष्ठ सहायक कार्यालय उप वन सरंक्षक बूंदी, रामसागर गुर्जर वरिष्ठ सहायक कार्यालय उप वन सरंक्षक बूंदी, महावीर प्रसाद रैगर सहायक वनपाल रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व बूंदी बैठे थे।
उनकी तलाशी ली गई तो राजकुमार शर्मा के पास 1 लाख 5 हजार रुपये की संदिग्ध राशि मिली। इसके संबंध में वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। इस पर राशि को जब्त कर लिया। वन विभाग के कार्मिकों से पूछताछ की जा रही है। एसीबी मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान करेगी।