प्रेम विवाह की सजा: पति की मौत के बाद भी अपनों ने नहीं दिया साथ, थाना प्रभारी ने 2 साल के बच्चे को गोद में लेकर कराया दाह संस्कार
Punishment of love: छत्तीसगढ़ की एक युवती ने मध्यप्रदेश के युवक से किया था प्रेम विवाह, इस शादी से घरवाले नहीं थे राजी, पति की मौत के बाद शव लेकर पत्नी पहुंची थाने, लगाई मदद की गुहार
Police station incharge did creamation from 2 year old child
बैकुंठपुर/मनेंद्रगढ़. Punishment of love: छत्तीसगढ़ की एक युवती ने मध्यप्रदेश के युवक से प्रेम विवाह किया था। इस विवाह से घरवाले व रिश्तेदार राजी नहीं थे, इस कारण उन्होंने युवती से नाता तोड़ लिया। मंगलवार को उसके पति की मौत हो गई, लेकिन अपनों ने साथ नहीं दिया। वह रोती-बिलखती रही लेकिन कोई कंधा देने तक साथ नहीं आया। परेशान महिला अपने 2 मासूम बच्चों (एक दो साल, दूसरा छह माह) सहित अपने पति के शव को लेकर थाने पहुंची। फिर रोती-बिलखती अंतिम संस्कार में मदद करने गुहार लगाई। इस पर थाना प्रभारी ने अपने पूरे स्टाफ के साथ उसके 2 साल के बच्चे को गोद में लेकर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की।
एमसीबी जिले के मनेंद्रगढ़ थाने में मंगलवार की रात लगभग 8 बजे कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा के ग्राम अमलीबहरा की रहने वाली सविता सिंह शव वाहन के साथ पहुंची। सिटी कोतवाली प्रभारी सचिन सिंह के सामने अपना दर्द बयां कर फूट-फूट कर रोती-बिलखती रही। महिला ने बताया कि उसने प्रेम विवाह किया था।
वह मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले के जखारा ग्राम निवासी पति निक्की वाल्मीकि के शव के साथ आई है। प्रेम विवाह करने के कारण परिवार, नाते-रिश्तेदारों ने मुंह मोड़ लिया है। दो छोटे बच्चे हैं, अपने मृत पति का अंतिम संस्कार कैसे कराऊं। कोतवाली प्रभारी ने रोती महिला को चुप करा कर अंतिम संस्कार कराने की बात कही।
फिर अगले दिन बुधवार सुबह कोतवाली प्रभारी सचिन अपने स्टाफ के साथ अंतिम संस्कार की तैयारी में जुट गए। पुलिसकर्मियों को लेकर सुबह आमाखेरवा मुक्तिधाम पहुंचे। जहां हिन्दू रीति-रिवाज के साथ मृतक के दो साल के बच्चे को गोद में लेकर मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी कराई।
महिला पर दुखों का पहाड़ टूटा, हर जगह मुसीबतें भी आई पुलिस के अनुसार महिला कुछ साल पहले मनेंद्रगढ़ मेंं रहकर काम करती थीं। फिर अपने पति के साथ रायपुर जाकर मजदूरी कर गुजर-बसर करते थे। पति की तबीयत खराब होने के बाद एंबुलेंस से पूरा परिवार मनेंद्रगढ़ आ रहे थे।
इसी बीच रतनपुर के पास पति की मौत हो गई। फिर एंबुलेंस का ड्राइवर बीच रास्ते में किसी गांव में शव सहित महिला को छोड़ दिया। मामले में स्थानीय पुलिस व ग्रामीणों की मदद से पीएम कराने के बाद एंबुलेंस की व्यवस्था करा मनेंद्रगढ़ भेजवाया गया।
अंतिम संस्कार कराया, दिलाया काम मंगलवार रात को महिला थाने पहुंच कर सारी बात बताई और मदद मांगी। जिससे हमने शव का अंतिम संस्कार कराया है। साथ ही महिला को एक पोल्ट्री फार्म में काम दिलाया गया है। जहां महिला पहले काम कर चुकी है। सचिन सिंह, प्रभारी सिटी कोतवाली मनेंद्रगढ़
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