इस संबंध में केल्हारी पुलिस ने बताया कि 22 मई की शाम 5 बजे ग्राम तिलोखन जंगल के बीही नाला में एक अज्ञात महिला (27-30 साल) का शव मिला था। उसकी पहचान नहीं हो पा रही थी। ग्राम पंचायत तिलोखन के सरपंच कुंवर सिंह पिता लाले सिंह की सूचना पर मर्ग कायम कर विवेचना में लिया गया।
शव का पीएम कराया गया। रिपोर्ट में मृतका का गला दबाने से दम घुटने के कारण मौत होना बताया गया। शिनाख्त नहीं होने के कारण पुलिस ने शव को दफन कर दिया था। मामले में थाना प्रभारी प्रद्युमन तिवारी ने मृतका के परिजनों की तलाश की। प्रकरण में अज्ञात मृतका के पति भूषण सिंह निवासी ग्राम छपरा थाना छोटा सिधी जिला शहडोल मध्यप्रदेश 26 मई को थाना पहुंचे।
उसने शव का फोटो एवं मृतका के कपड़े साड़ी, ब्लाउज, पेटीकोट, चप्पल को देख अपनी पत्नी नान बाई सिंह के रूप में पहचान की। पुलिस ने अंतिम संस्कार करने शव को सुपुर्दनामा पर मांगने पर एसडीएम से कब्र से शव बाहर निकलवाने की अनुमति ली। फिर कार्यपालिक दण्डाधिकारी केल्हारी की उपस्थिति में शव को बाहर निकाला गया और उसके पति के सुपुर्द कर दिया गया।
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अवैध संबंध को लेकर हुई थी महिला की हत्यामृतका के परिजनों से घटना के बारे में पूछताछ करने पर आरोपी अरविन्द जोगी पिता मोहन लाल (38) निवासी ग्राम कर्रावन थाना जैतपुर शहडोल मध्यप्रदेश के साथ महिला के अवैध संबंध होने की बात बताई गई।
पुलिस ने जब आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने छुटकारा पाने मृतका को गुमराह कर 21 मई की रात केल्हारी क्षेत्र के ग्राम तिलोखन जंगल में हत्या कर शव को फंेकना बताया। आरोपी द्वारा नान बाई की हत्या का साक्ष्य छिपाने शव को जंगल में फंेक दिया गया था।
मामले में धारा 302, 201 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। आरोपी द्वारा जुर्म स्वीकार कर लेने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर न्यायालय मनेन्द्रगढ़ में पेश कर जेल भेजा गया है। कार्रवाई में एएसआई दिल साय कुजूर, अमर सिंह अंजाम, तेज प्रताप सिंह, बाबूलाल सायतोडे व रमेश पाण्डेय शामिल थे।