गौरतलब है कि सप्ताहभर पहले केंद्रीय संगठन ईसीएचएस एडजुटेंट जनरल शाखा रक्षा मंत्रालय दिल्ली कैंट के उप प्रबंध निदेशक ब्रिगेडियर जितेंद्र सिंह ने कलक्टर को पत्र लिख जांच आवेदन प्रस्तुत किया है। इसमें लिखा गया है कि सैनिक बोर्ड से भारतीय वायु सेना के रक्षा कर्मी स्व वशिष्ठ सिंह को कोरिया जिले के ग्राम बचरापोंड़ी में खसरा नम्बर 552, 553, रकबा 2.02 हेक्टेयर जमीन आवंटित है।
ब्रिगेडियर ने राजस्व विभाग के कामकाज पर भी उठाया है सवाल
ब्रिगेडियर ने अपने पत्र में लिखा है कि धोखाधड़ी कर जमीन को बिक्री करने में स्थानीय अधिकारी एवं कर्मचारियों की भागीदारी के बिना संभव नहीं है।
वर्ष 2011 में बेची गई थी फौजी की जमीन
पोड़ीबचरा तहसील क्षेत्र के बचरा पटवारी हलका नंबर-6 में दिवंगत फौजी को खसरा नंबर 552 एवं 553 रकबा 2.02 हेक्टेयर जमीन आवंटित है। सैनिक बोर्ड द्वारा सैनिक वशिष्ठ सिंह को जीवन निर्वाह करने आवंटित की गई थी। मामले में ग्रामीणों ने भी मुख्य सचिव के नाम शिकायत सौंपकर बताया कि कोई शत्रुधन एवं विमला देवी ने कूटरचित दस्तावेज एवं भू-बिचौलियों से मिलीभगत कर सैनिक की जमीन को बेची है।
दस्तावेज के हिसाब से गलत पाई गई है रजिस्ट्री
जो दस्तावेज प्राप्त हुए हैं, उस आधार पर रजिस्ट्री गलत तरीके कराई गई। आगे अभी जांच होगी, दो-तीन दिन के भीतर जांच कर रिपोर्ट सौंपी जाएगी। ग्रामीणों का बयान भी लिया जाएगा। गलत तरीके और मिलीभगत कर फर्जी रजिस्ट्री कराने वालों पर कार्यवाही होगी। रजिस्ट्री कैंसिल भी होगी। प्रारंभिक जांच में दर्जनों की संख्या में जमीन खरीदने वालों के नाम सामने आ रहे हैं।
माधुरी आंचला, तहसीलदार बचरापोड़ी