CG Atmanand School: महाविद्यालय को मिली 100 पुस्तकें
CG Atmanand School: बताया जा रहा है कि महाविद्यालय में लगभग 100 पुस्तकें ही हैं। लेकिन यह भी पर्याप्त नहीं है। अब सेमेस्टर की परीक्षाएं प्रारंभ होने वाली है। ऐसे में परीक्षार्थियों को पुस्तक दुकानों से विभिन्न संकाय के पाठॺपुस्तक खरीदनी पड़ रही है। गौरतलब है कि
महाविद्यालय के विद्यार्थी अंग्रेजी माध्यम के हैं, लेकिन महाविद्यालय के अंग्रेजी माध्यम की पुस्तकें दुकानाें में नहीं पा रही है। इसकी वजह से विद्यार्थियों को पढ़ाई में असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि कक्षा के कुछ विद्यार्थियों को पुस्तक मिलने पर उन्हें आपस में साझा कर पढ़ाई करते हैं।
परीक्षा के दिनों में परेशानी और बढ़ गई है। सेमेस्टर की परीक्षाएं 20 जनवरी से प्रारंभ होने वाली है। इससे
विद्यार्थियों में इसका असर परीक्षा परिणाम पड़ने को लेकर चिंतित हैं। बताया गया था कि इस महाविद्यालय का लाभ सबसे अधिक स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के विद्यार्थियाें को प्राभमिकता दी जाएगी। लेकिन सुविधा नहीं होने से विद्यार्थियों की रुचि कम हो रही है।
रैक पड़े हैं खाली
महाविद्यालय संचालन के समय
लाइब्रेरी तो बना दी गई। पुस्तकें रखने के लिए बड़ी मात्रा में रैक और फर्नीचर भी उपलब्ध कराए गए हैं। लेकिन यह रैक और फर्नीचर पुस्तकों के अभाव में खाली पड़ी हुई है। बताया जा रहा है कि शासन अब तक दो खेप में पुस्तकें आई है। इसमें लगभग सौं पुस्तकें हैं।
जिले में 15 सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूल
बताया जा रहा है कि इस सत्र से जिले में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम के लगभग 15 से अधिक विद्यालय संचालित हैं। इन विद्यालयों में कक्षा 12 वीं में सबसे अधिक विद्यार्थी गणित और जीव विज्ञान संकाय लेकर पढ़ाई कर रहे हैं। कक्षा 12वीं की परीक्षा में सफल होने के बाद विद्यार्थी अशिकांश विद्यार्थी की नजर
स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी महाविद्यालय में प्रवेश लेने की है। लेकिन अव्यवस्था को लेकर शासन व प्रशासन की ओर से ध्यान नहीं दिया जा रहा है। गौरतलब है कि सरकारी महाविद्यालय में अधिकांश विद्यार्थी आर्थिक रुप से कमजोर परिवार से लोग प्रवेश लेते हैं। लेकिन पाठॺपुस्तकें ही नहीं होने से विद्यार्थी परेशान हो रहे हैं।
अतिथि प्राध्यापक के भरोसे चल रही कक्षाएं
बताया जा रहा है कि महाविद्यालय में बीएससी गणित, बीए, बी. कॉम संकाय, कंप्यूटर साइंस की कक्षाएं संचालित हैं। लेकिन इन संकायों में अध्ययन कराने के लिए प्राध्यापकों की कमी है। अधिकांश विषयों की पढ़ाई के लिए प्राध्यापक नहीं है। हालांकि प्राध्यापकों की कमी को दूर करने के लिए गेस्ट फैकल्टी की भर्ती की गई है। जिले के एकमात्र शासकीय अंग्रेजी महाविद्यालय की शिक्षा व्यवस्था का बुरा हाल है। लाइब्रेरी में पुस्तक ही नहीं है और ना ही
विद्यार्थियों को स्नातक स्तर के विभिन्न संकायों के पाठयाक्रमाें की पुस्तकें खरीदन और नोट्स प्राप्त करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। इसी अव्यवस्था के बीच नए शिक्षा सत्र के प्रथम सेमेस्टर के पाठयाक्रम पूरे हो गए हैं। 20 जनवरी से परीक्षाएं शुरू होने वाली है। ऐसे में परीक्षार्थी काफी परेशान हैं।
खुद का भवन भी नहीं
सरकारी अंग्रेजी महाविद्यालय के पास खुद का भवन भी नहीं है। इसका संचालन विद्युत गृह हायर सेकेंडरी स्कूल, सीएसईबी कोरबा पूर्व के भवन में हो रहा है। यहां विद्युत गृह की कक्षा 11वीं एवं 12वीं की कक्षाएं भी चल रही है। इससे महाविद्यालय और विद्यालय दोनों के संस्था के विद्यार्थियों को पढ़ाई में असुविधा हो रही है फंड की कमी
महाविद्यालय प्रबंधन का पास फंड की कमी बनी हुई है। जिससे वे विद्यार्थियों के लिए जरूरी पाठ्यसामाग्री, पुस्तकें, अखबार, मैग्जीन के अलावा नोबेल, कहानियां सहित अन्य किताबें खरीद सके। हालांकि प्रबंधन का दावा है कि लाइब्रेरी में पर्याप्त पुस्तकों के लिए के लिए प्रशासन को अगवत कराया गया है।पीजी कॉलेज में पर्याप्त पुस्तकें हैं। जिन विद्यार्थियों को पुस्तकों की जरूरत हैं, वे लाइब्रेरी से प्राप्त कर सकते हैं।