ठेकेदारों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग
इस बीच श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन ने निगम आयुक्त को पत्र लिखा है। इसमें ठेकेदार पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। उन्होंने डामरीकरण के इस कार्य में भ्रष्टाचार की आशंका जताई है। गौरतलब है कि नगर निगम क्षेत्र में विधानसभा चुनाव से पहले निहारिका की मुख्य सड़क पर डामरीकरण का कार्य किया गया था। इस कार्य को 8 माह ही पूरे हुए हैं कि अब सड़क उखड़ चुकी है। निहारिका क्षेत्र में इन सड़कों से होकर गुजरना मुश्किल हो गया है। कई स्थान पर सड़क एक-एक इंच तक उखड़ गई है। पुराना पेंचवर्क स्पष्ट दिखाई दे रहा है जबकि नया पेंचवर्क उखड़ने से जगह-जगह छोटे-छोटे गड्ढे बन गए हैं। यहां गाड़ी चलाना मुश्किल हो रहा है। आम लोगों को भारी परेशानी हो रही है। इसे गंभीरता से लेते हुए श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन ने निगम आयुक्त को पत्र लिखा है और इसमें संबंधित ठेकेदार के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा है। जिससे ठेकेदार को सबक मिल सके। भ्रष्टाचार का खामियाजा भुगत रही जनता-
श्रम मंत्री ने कहा है कि विधानसभा चुनाव से ठीक पहले नगर निगम की ओर से शहर की सड़कों के डामरीकरण का कार्य किया गया था। निर्माण कार्य में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार उस समय की सरकार ने किया था। इसका खामियाजा शहर के लोग भुगत रहे हैं। ऐसा पहली बार नहीं है जब निर्माण के बाद शहर की सड़कें उखड़ीं हो। उन्होंने आरोप लगाया है कि पांच साल में कई सड़कें निर्माण के बाद उखड़ गई है। हालांकि मंत्री ने अपने बयान में निगम के अधिकारियों पर सवाल नहीं उठाया है।
मंत्री ने पत्र लिख कर कहा –
मंत्री ने अपने पत्र में लिखा है कि आठ माह पहले सीएसईबी चौक से बुधवारी बाजार होते हुए वीआईपी सड़क और कोसाबाड़ी क्षेत्र में सड़कों का निर्माण किया गया था। यह कार्य विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हुए थे। इसे नगर निगम के अफसरों की निगरानी में किया गया था। साथ ही सड़क निर्माण की गुणवत्ता ठीक नहीं होने और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ने के कारण सड़क बारिश में उखड़ गई। गिट्टी और डामर की परतें अलग-अलग हो गई। इससे सड़क पर धूल उड़ रही है और लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। जिसको लेकर श्रम मंत्री ने इस मामले को लेकर निगम आयुक्त से कहा है कि जितनी जल्दी संभव हो सके उतनी जल्दी सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू किया जाए ताकि क्षेत्र के लोगों को राहत मिल सके।