काफी देर बाद मामला एचटी लाइन की देखरेख करने वाले पॉवर ग्रिड के अफसरों तक पहुंचा। तब युवक की जान बचाने के लिए पॉवर ग्रिड के अफसर हरकत में आए और उन्होंने लाइन को बंद करने के लिए विभाग से अनुमति लिया। लगभग डेढ़ घंटे तक लाइन को बंद किया गया और युवक को नीचे प्रलोभन पर उतारा गया कि उसके नीचे आने पर मोबाइल प्रदान किया जाएगा। युवक के उतरते ही मौके पर मौजूद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। इस घटना से डेढ़ घंटे लाइन बंद होने से
बिजली उत्पादन कंपनी को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है।
जानें पूरा मामला
घटना विकासखंड पोड़ी उपरोड़ा अंतर्गत ग्राम बगबुड़ा की है। इस गांव से होकर पॉवर ग्रिड कार्पोरेशन ऑफ इंडिया की टॉवर लाइन गुजरती है। इसके लिए बड़े-बड़े टॉवर लगाए गए हैं जिसकी ऊंचाई लगभग 55 फीट है। टॉवर पर 6 तार झूल रहे हैं। इसमें से तीन तार पॉवर ग्रिड कार्पोरेशन के धरमजयगढ़ ग्रिड को जाते हैं और शेष तीन तार भैसमा ग्रिड में बिजली पहुंचाता है। यहां से ग्रिड के जरिए एक सेक्शन से बिजली की आपूर्ति कोरबा से चांपा और दूसरे से कोरबा से
बिलासपुर को होती है। इस ग्रिड की क्षमता 765 केबी है।
बताया जाता है कि मंगलवार सुबह लगभग 11.30 बजे टॉवर लाइन के खंभों को पकड़ते हुए उपर चढ़ने लगा। देखते ही देखते युवक टॉवर के अंतिम छोर तक पहुंचकर उलजुलूल हरकत कर रहा था। कभी टॉवर पर कपड़े उतारने का प्रयास कर रहा था तो कभी आगे-पीछे होने की कोशिश कर रहा था। इस स्थिति में उसकी जान को खतरा बढ़ गया था इसे देखकर लोगों ने मामले की जानकारी स्थानीय लोगों को दी। प्रशासन के जरिए सूचना पॉवर ग्रिड के भैसमा में मौजूद अफसरों को मिली। ग्रिड की टेक्निकल टीम हरकत में आई। इंजीनियर के नेतृत्व में युवक को बचाने के लिए प्रयास शुरू किए गए।
मोबाइल का दिया गया लालच
पॉवर ग्रिड ट्रांसमिशन लाइन के प्रभारी प्रवीण कुमार को इसकी जानकारी दी गई। इस बीच पुलिस की पेट्रोलिंग भी गांव बगबुड़ा पहुंची। पूछताछ करने पर गांव वालों ने टॉवर पर चढ़े युवक का नाम उमेश कंवर बताया। युवक की जान बचाने के लिए ग्रिड के अधिकारियों ने लाइन को बंद करने का निर्णय लिया और इसके लिए आला अधिकारियों की अनुमति ली गई। बगबुड़ा के टॉवर से गुजरने वाले एचटी लाइन में विद्युत का प्रवाह बंद कर दिया गया। लगभग डेढ़ घंटे तक इस लाइन से बिजली की आपूर्ति बंद रही।
युवक को उतारने के लिए मौजूद टेक्निकल टीम के साथ-साथ अन्य लोगों ने भी काफी प्रयास किया लेकिन वह उतरने को तैयार नहीं था। फिर युवक को एक मोबाइल दिखाया गया और कहा गया कि यदि वह टॉवर से नीचे उतर जाता है तो उसे मोबाइल दिया जाएगा। युवक उमेश का मन बदला और वह धीरे-धीरे टॉवर से नीचे उतर गया। तब उसे पानी पिलाया गया फिर उसकी स्वास्थ्य जांच के लिए भेज दिया गया। पुलिस ने युवक को हिरासत में ले लिया है और उससे घटना को लेकर जानकारी ली जा रही है।
वैकल्पिक मार्ग से हुई बिजली की आपूर्ति, सुरक्षित स्थान पर खड़े होने के कारण बच गई जान
लगभग डेढ़ घंटे तक एचटी लाइन के बंद रहने के दौरान वैकल्पिक लाइन से बिजली ग्रिड को भेजी गई और यहां से फिर अन्य क्षेत्रों को आपूर्ति किया गया। युवक के एचटी लाइन पर चढ़ने से बिजली की आपूर्ति बाधित नहीं हुई लेकिन इस घटना के कारण ग्रिड के अधिकारियों के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन को परेशानी हुई। ग्रिड के अधिकारियों ने बताया कि युवक जिस स्थान पर खड़ा था वह सुरक्षित प्वाइंट था। उसके दाएं-बाएं होने पर अनहोनी हो सकती थी। अधिकारियों ने बताया कि इस घटना के कारण लाइन को ब्रेकडाउन किया गया लेकिन युवक की जान बचा ली गई।