IPL Satta App Case: महादेव एप की पैनल आईडी एम-100 और एम-151 से आईपीएल में सट्टा लगाने वाले सटोरियों ने अलग-अलग बैंक खातों से लगभग 100 करोड़ रुपए का ट्रांजक्शन किया है। अकेला प्रतीक विधवानी के बैंक खाते से लगभग 17 करोड़ रुपए का ट्रांजक्शन हुआ है।
पुलिस का कहना है कि (Korba Crime News) इस मामले में कई अन्य सटोरियों के शामिल होने की संभावना है। इसकी जांच के लिए पुलिस की टीम लगी हुई है। कुछ संदेहियों को पकड़ने के लिए कोरबा पुलिस की अलग-अलग टीम दूसरे राज्यों में भेजी गई है।
CG Crime News: प्रारंभिक जांच के आधार पर पुलिस ने बताया कि अभी मामले की छानबीन चल रही है इसलिए यह बता पाना मुश्किल है कि इस गिरोह को कितने सदस्य चला रहे थे और वे कहां के रहने वाले हैं। लेकिन पुलिस का दावा है कि महादेव एप की आईडी एम-100 और एम-151 को कोरबा के डीडीएम रोड में रहने वाला सटोरिया प्रदीप विधवानी चला रहा था।
इसके लिए प्रतीक ने गोवा जयराम नगर उनिया संडेस बिल्डिंग के पास एक अपार्टमेंट के पास लैट नंबर सी-406 को भाड़े पर लिया था। यहां बैठकर प्रतीक का गिरोह छत्तीसगढ़ सहित देश के अलग-अलग राज्यों में सट्टा खेलवा रहा था। मामले में पुलिस ने प्रतीक के अलावा उसके सात सहयोगियों को गिरतार किया है जो छत्तीसगढ़ के अलावा हरियाणा, महाराष्ट्र के रहने वाले हैं।
CG IPL Satta App Case: भाड़े पर खाता देने वालों को 15 हजार रुपए हर माह
पुलिस ने बताया कि गिरोह ने महादेव एप के जरिए होने वाली ट्रांजक्शन के लिए बाजार से कई लोगों के बैंक खाते को भाड़े पर लिया था। इसके लिए उन्हें हर माह लगभग 15 हजार रुपए दिया जाता था। जिन लोगों ने प्रतीक और उनके गिरोह को खाता दिया था उसमें पुरानी बस्ती धनुहार पारा में रहने वाला विजयधारी 34 वर्ष, सलिहाभाठा करतला निवासी आदित्य प्रसाद खैरवार और सीतामणी निवासी मुन्ना खान के अलावा मुड़ापार निवासी मनीष पाहुजा भी शामिल हैं।