CG News: बैठक में इन मुद्दों पर भी दिया जाएगा ध्यान
कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत ने कहा कि
कोरबा लोकसभा क्षेत्र में ज्यादातर कोयले की खदान हैं साथ ही इनकी अनेकोंनेक समस्याएं भी है। इन समस्याओं को लेकर 9 अक्टूबर को दिल्ली पार्लियामेंट में होने वाली बैठक में भू-विस्थापितों व उनके बसाहट और रोजगार के साथ-साथ खनन क्षेत्र के लोगों की मूलभूत समस्याओं को लेकर ध्यान आकृष्ट कराया जाएगा।
सांसद ने कहा कि खनिज न्यास मद सहित सीएसआर मद से खनन क्षेत्र के लोगों व खदान व संयंत्रों से प्रभावित हो रहे लोगों को बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा के साथ-साथ आवागमन की सुविधाएं मिले इन मुद्दों पर भी बैठक में ध्यान आकृष्ट कराया जाएगा।
डीएमएफ और सीएसआर की राशि का हो सदुपयोग
सांसद ज्योत्सना महंत ने कहा, खनिज न्यास मद सहित सीएसआर मद से खनन क्षेत्र के लोगों व खदान या संयंत्रों से प्रभावित हो रहे लोगों को बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा और आवागमन की सुविधाएं मिले। इन मुद्दों पर भी बैठक में ध्यान आकृष्ट कराया जाएगा।
कोयला क्षेत्र से जुड़े अधिकारी खदानों में सुरक्षा को लेकर और उनके बुनियादी सुविधाओं को लेकर सजग नहीं है। कोयला खदान के कामगारों की भी समस्याओं को ये लोग नजर अंदाज कर रहे हैं।
कोल इंडिया लिमिटेड की सबसे बड़ी कंपनी एसईसीएल
CG News: कोयला और इस्पात संसदीय बोर्ड की बैठक के ठीक 2 दिन पहले कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत को इस बोर्ड का सदस्य नियुक्त किया गया है। कोरबा लोकसभा में देश की दो सबसे बड़ी
कोयला खदाने मौजूद हैं, जिनका संचालन कोल इंडिया लिमिटेड की सबसे बड़ी कंपनी एसईसीएल के द्वारा किया जाता है।
भू विस्थापितों की समस्याएं दशकों पुरानी हैं। वहीं दूसरी तरफ खदानों की सुरक्षा और उनके विस्तार को लेकर के भी ढेर सारी समस्याएं व्याप्त है।