CG Festival Blog: कृष्णा कुमार पाण्डेय/हम सभी जानते हैं.. और बचपन से हमने अपने बड़े बुजुर्गों से किस्से भी सुन रखे हैं कि त्रेता युग में कैसे भगवान श्री राम, रावण का वध करके जब वनवास से अयोध्या वापस लौटे थे तो अयोध्या की जनता ने कैसे अपने प्रिय मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम चंद्र के सम्मान में अयोध्या को दीपों से ऐसा सजाया था जैसे मानो कोई त्यौहार हो।
आपको बता दें कि उस दिन का दिन था और आज का दिन हैं… हम दीपावली को श्री राम चंद्र जी के अयोध्या वापस लौटने के प्रेम और सम्मान के रूप में मनाते आ रहे हैं। दीपावली का त्यौहार और श्री राम का व्यक्तित्व हमें सिखाता हैं, लोगों से प्रेम, अपने अंतर्मन और बाहर प्रकाश फैलाना, दूसरों की जिंदगी को प्रकाशमय करना।
हर दीपावली में हमें एक चीज का ध्यान रखना चाहिये कि अगर हम सक्षम हैं तो हमारे आसपास अगर कोई ऐसा परिवार हैं जिसका घर गरीबी के कारण अंधकार मे हैं तो कम से कम एक दीप और मिठाई लेकर हम उसके घर का अंधकार दूर कर सकें। इस खुशी के त्यौहार में मिठास बांट कर उन्हें खुश कर सकें।
दीपावली सिर्फ पर्व या त्यौहार नहीं हमें आपस में जुड़ कर और मिलकर रहना सिखाता हैं। वैसे तो हर त्योहारों का प्रतिष्ठा और महत्त्व अलग अलग हैं, किसी त्यौहार को हम बड़ा या छोटा नहीं बोल सकते। (CG Festival Blog) लेकिन एक ऐसा त्यौहार जो हर त्योहारों में मुझे सबसे ज्यादा प्रिय हैं और वो है दीपावली का त्यौहार।
इस दिन घरों की सजावट देखते ही बनती हैं। हर घर जगमगा रहा होता है। उस जगमगाहत के बीच ऐसे लगता हैं जैसे पास से लगे घर आपस में एक दूसरे से बात कर रहे हैं, जैसे :-
वर्मा जी (घर के रूप में):- (क्या बात हैं शर्मा जी आज तो आप बहुत ज्यादा ही चमक रहे हैं। बारिश के समय देखा था आपके घर का प्लास्टर उखड़ गया था। प्लास्टर के कारण आप कुछ उदास से दिख रहे थे। लग रहा हैं आपकी तबियत में सुधार नहीं हो पाया। लेकिन आज देखिये नया नया पुट्टी और ये नया नीला कलर ऐसा लगता हैं। मालिक ने आज ही नया बनाया हैं आपको, और ऊपर से ये लाइट की सजावट क्या बात हैं चार चाँद लगा रहा हैं आप पर)
शर्मा जी (घर के रूप में):- धन्यवाद वर्मा जी पर आप भी कहाँ कम लग रहे आप पर सफ़ेद रंग बहुत जंचता हैं। आपकी सादगी और शालीनता को दर्शाता है। मालिक काफ़ी ध्यान रखते हैं आपका)
वर्मा जी (घर के रूप में):- सही बोल रहे हैं शर्मा जी.. कुछ भी बोलो पर दीपावली बड़ा ही मजेदार त्यौहार है। खुशियां रौनक और जगमगाहट देखते ही बनती हैं। बच्चों की किलकारिया उनका खुशियों से भागते दौड़ते चेहरे
शर्मा जी (घर के रूप में):- ये कालू को देखो बेचारा दिन दिन भूखा फिरता हैं पर आज देखो आज मिठाई खा रहा हैं बच्चों के साथ भौं भौं कर दौड़ लगा रहा हैं। वर्मा जी (घर के रूप में):- सही बोले शर्मा जी हमारे मालिक, बच्चे आसपास के जानवर हमारे साथ के सब घर सभी की खुशियाँ और जगमगहट देखते बनती हैं।
मुझे दीपावली की रौनक भाव विभोर करती हैं, दीपावली (CG Festival Blog) की जगमगहट और चमक पूरे भारतवर्ष की प्रकाशमय कर देता हैं। आज के इस आधुनिक युग मे हम जब satellite के माध्यम से आकाश से भारत को देखते हैं तो पूरा भारत देश मानो कि तारे की तरह टिमटिमाता और प्रकाशवान दिखता है।
इस पर्व और दीपावली के दिन प्रकाश के चमक की हम सिर्फ भारतवासी ही दीवाने नहीं बल्कि विदेशों में भी इसके चर्चे होते हैं। विदेशों के कोने-कोने से लोग इस दीपावली (प्रकाशपर्व) की झलक और सजावट देखने भारत आते हैं।
अंत में इतना ही कहुंगा कि हमें दीपावली सिखाता हैं.. खुशियाँ बांटना, अंधकार को दूर करना और सभी से प्रेम करना। दीपावली के दिन हमारा चीजों को देखने और समझने का नजरियां ही बदल जाता हैं।
लेखक- कृष्णा कुमार पाण्डेय (इंजीनियर के दिल की कलम से) Add- शिवनगर (रूमगरा ) Post- बालकोनगर Dist- कोरबा State- छत्तीसगढ़
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