Diwali Bonus: बोनस का रास्ता साफ
आदेश के साथ ही ठेका मजदूरों को 8.33 फीसदी राशि बोनस का रास्ता साफ हो गया है। इस संबंध में कोल इंडिया बोर्ड की बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न निर्णय लिए गए। इसमें ठेका कर्मचारियों के बोनस का भुगतान भी शामिल है। बताया जाता है कि बोर्ड के निर्णय के बाद कोल इंडिया की ओर से ठेका कर्मचारियों को बोनस भुगतान करने से संबंधित आदेश 26 अक्टूबर की शाम जारी किया गया। गौरतलब है कि कोल इंडिया में काम करने वाले कर्मचारियों के बोनस पर चर्चा करने 29 सितंबर को नई दिल्ली में जेबीसीसीआई की मानकीकरण समिति की बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में नियमित कर्मचारियों को परफार्मेंस लिंक रिवार्ड (पीएलआर) के साथ-साथ ठेका मजदूरों को उनके मूल वेतन का 8.33 फीसदी बोनस देने पर सहमति बनी थी। वहीं अब इसे ही जारी किया है। जिससे 21 हजार से अधिक वेतन पाने वाले ठेका कामगारों भी 35 हजार तक बोनस प्राप्त कर सकेंगे।
प्रदर्शन के बाद जागा प्रबंधन
बैठक के बाद कोल इंडिया ने नियमित कर्मचारियों को पीएलआर भुगतान को लेकर सर्कुलर जारी किया था लेकिन ठेका कर्मचारियों को लेकर कोल इंडिया की तरफ से अभी तक इस संबंध में कोई सर्कुलर नहीं आया। बोनस के इंतजार में दशहरा निकल गया लेकिन उन्हें बोनस भुगतान नहीं हुआ। इस बीच एसईसीएल सहित कोल इंडिया की अलग-अलग अनुषांगिक कंपनियों के ठेका मजदूरों ने धरना प्रदर्शन शुरू किया। इससे खनन का कार्य भी प्रभावित हुआ।
कोरबा की खदानों में काम करने वाले ठेका मजदूरों ने बिलासपुर में किया प्रदर्शन
इधर बोनस की मांग को लेकर कोरबा जिले की खदानों में काम करने वाले मजदूरों ने शनिवार को एसईसीएल की बिलासपुर मुख्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया। इसमें शामिल होने के लिए मजदूर शनिवार सुबह कोरबा से अलग-अलग गाड़ियों में रवाना हुए। सभी बिलासपुर मुयालय के बाहर एकत्र हुए। बोनस के समर्थन में मुयालय के गेट के बाहर धरना प्रदर्शन किया। प्रबंधन को ज्ञापन सौंपकर बोनस की मांग किया। गौरतलब है कि कोरबा की खदानों में काम करने वाले मजदूरों ने पहले अपने-अपने खदान क्षेत्रों में प्रदर्शन किया था और मांगों के समर्थन में ज्ञापन सौंपा था। शनिवार को मजदूर बड़ी संया में मुयालय पहुंचे।