इधर दोनों वनमंडल में अब तक हाथी करीब 50-50 की संख्या में विचरण कर रहे थे लेकिन बुधवार को जहां कटघोरा वनमंडल क्षेत्र में हाथी 4 से 5 अलग-अलग झुंड में बंट गए। तो वहीं कोरबा वनमंडल में भी हाथी दो दलों में बंट गए और अलग-अलग झुंड बनाकर घूम रहे हैं।
CG Elephant: फसलों को पहुंचा रहें नुकसान
वहीं करतला वनपरिक्षेत्र के जंगल से लगे गांव अमलीबहार में फिर 6 मवेशियों की हाथियों ने जान ले ली। वहीं एक मवेशी को घायल कर दिया। जंगल किनारे रहने वाले लोगों में दशहत बनी हुई है। ग्रामीण रतजगा करने मजबूर हैं। क्योंकि हाथियों का दल फसलों को लगातार नुकसान पहुंचा रहा है।
अब तक तो
हाथियों का दल साथ चल रहा था लेकिन बुधवार को कटघोरा वनमंडल में घूम रहे हाथी 4 से 5 अलग-अलग झुंड में बंट गए हैं और पसान रेंज के ग्राम चोटिया, नवापार, परला, लालपुर, मड़ई के आसपास घूमते नजर आए। वहीं केंदई रेंज के कोरदी, मोरगा गांव के आसपास भी कुछ हाथी घूमते नजर आए।
50 के करीब हाथी एक झुंड में चल रहे
इसी तरह
कोरबा वनमंडल अंतर्गत करतला रेंज में भी अब तक 50 के करीब हाथी एक झुंड में चल रहे थे जो भी बुधवार को दो अलग-अलग दल में बंट गए और पिडिया, बोटली क्षेत्र में विचरण कर रहे हैं। वन विभाग के अधिकारी दिन में ड्रोन से नजर रख रहे हैं तो रात में ग्रामीणों की सूचना मिलने पर संबंधित इलाकों तक पहुंच रहे हैं। साथ ही जंगल की ओर जाने से ग्रामीणों को मना किया गया है। रिहायशी क्षेत्र में हाथियों को जाने से रोकने विभाग निगरानी में जुटा हुआ है।