शनिवार को असीम राय हत्याकांड से जुडे़ तीनों आरोपी सोमेन्द्र मंडल, रीपन सदियाल, सुमित मांझी के अवैध कब्जे पर भी बुलडोजर कायर्वाही की गई। प्रशासन ने पहली कार्यवाही शनिवार की सुबह 8.25 बजे हत्याकांड के आरोपी सोमेन्द्र मंडल के अतिक्रमित दवाई दुकान पर की। भाजपा नेता श्यामल मंडल एवं अन्य ने इस अतिक्रमण की शिकायत तहसीलदार पखांजूर से की थी, जिसके बाद 1 फरवरी को इस अतिक्रमण के संबध में पटवारी द्वारा पंचनामा तैयार किया गया था, जिसमें 870 वर्गफीट जमीन पर अतिक्रमण पाया गया था।
जिस पर 10 फरवरी को बुलडोजर चला दिया गया। पटवारी द्वारा पंचनामा तैयार करने के तीन दिन बाद ही बिना किसी नोटिस के सोमेन्द्र मंडल के परिजनों ने दुकान खाली कर दी थी। प्रशासन द्वारा इस कायर्वाही की सूचना भी सोमेन्द्र मंडल की पत्नी को दे दिया गया था। प्रशासन का दल जैसे ही दुकान में पहुंचा उसकी पत्नी भी प्रशासन के बुलाने पर मौके में पहुंची और दुकान का ताला खोल दिया। प्रशासन ने दुकान में सामान न होने की पुष्टि की और बुलडोजर चलाकर कायर्वाही शुुरू कर दी। महज 25 मिनट की बुलडोजर कायर्वाही में पूरी दुकान ढ़ह गई। असीम राय हत्याकांड में आरोपी सोमेन्द्र मंडल मुख्य आरोपी बप्पा गांगुली का बेहद करीबी था और हत्याकांड को अंजाम देने वाले आरोपियों को पैसे और संदेश पहुंचाने का काम इसी के द्वारा किया जाता था।
दो अन्य आरोपी के अवैध मकान पर भी बुलडोजर चला: इस कायर्वाही के बाद प्रशासन का बुलडोजर सीधे ग्राम पीव्ही 28 पहुंचा जहां दो और आरोपियों के घर तथा खेत से अतिक्रमण हटाने का काम किया गया। इस हत्याकांड के एक आरोपी रीपन सदियाल के घर में जब बुलडोजर पहुंचा तो उस घर में कोई नहीं था। परिजन घर में ताला लगाकर कहीं चले गए थे। जिसके बाद प्रशासन ने ग्राम पंचायत के पंचों की उपस्थिति में घर का ताला तोड़ा और सामान बाहर कर घर को ढहा दिया।
इस पूरी कायर्वाही में महज 30 मिनट का समय लगा। आरोपी रीपन सदियाल द्वारा 1.90 हेक्टेयर भूमि में कब्जा कर मकान बना लिया था और बाकी जमीन में खेती की कर रहा था। वतर्मान में खेत में मक्का लगा हुआ था। घर पर तो प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया और खेत में फसल लगी होने के कारण पूरे खेत को पंचायत के सुपुर्द कर दिया गया। इस हत्याकांड में रीपन सदियाल को पहली सुपारी दी गई थी और आरोपियों द्वारा इस तरह की प्लानिंग की जा रही है,इसकी पूरी जानकारी आरोपी को थी।
वहीं इस मामले में तीसरे आरोपी सुमित मांझी के घर में भी बुलडोजर चला दिया गया। प्रशासन की टीम जब आरोपी के घर पहुंची तो घर में आरोपी की गभर्वती पत्नी, एक बहु के अलावा उसकी मां थी। प्रशासन की टीम को देख परिजनों ने रोना शुरू कर दिया। स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने स्वास्थ्य टीम को पहले से ही बुला लिया था। पत्नी और बहु को एंबुलेेंस से अन्यत्र ले जाया गया, जिसके बाद घर को पूरा सामान खाली कर इस घर में भी बुलडोजर चला दिया गया।
इस पूरी कार्यवाही में प्रशासन को करीब 2 घंटे का समय लगा। आरोपी द्वारा करीब पांच एकड़ जमीन में कब्जा कर घर, तालाब तथा मक्का की खेती की जा रही थी। यहां भी प्रशासन ने खेत को पंचायत के सुपुर्द कर दिया। इस हत्याकांड में आरोपी सुमित मांझी ने रेकी करने का काम किया था। इस पूरी कार्यवाही के संबध में पखांजूर तहसीलदार कुलदीप ठाकुर ने बताया की सभी के खिलाफ अतिक्रमण की शिकायत मिली थी, जिसके बाद सभी आरोपियों के खिलाफ भू-राजस्व सहिंता की धारा 248 के तहत मामला चलाया गया था। इस कार्यवाही की सूचना सभी को दो दिन पूर्व ही दे दी गई थी।