कोलकाता.भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष (BJP National President ) व केन्द्रीय गृहमंत्री (Home Minister) अमित शाह (Amit Shah) इन दिनों बांग्ला (Bangla) भाषा सीख रहे हैं। इसके लिए उन्होंने एक शिक्षक रखा है। आमित शाह गुजरात मूल के हैं। केन्द्रीय नेता हैं। वर्तमान में देश के गृहमंत्री हैं। उन्हें ऐसी कौन जी जरुरत आन पड़ी है जो बांग्ला सीखना पड़ रहा है। यह जान आप चौंक जाएंगे।
पश्चिम बंगाल (West Bengal) में विधानसभा चुनाव (West bengal Assembly Election) में एक साल बचा है। अमित शाह ने बंगाल में 250 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अमित शाह ने स्वयं को स्टार प्रचारक रखने का निर्णय किया है। इसलिए उनका बांग्ला भाषा जानना जरुरी है ताकि चुनावी रणनीति बनाने में कहीं कोई चूक न रहे और इस मामले में भाषा आड़े न आए। पिछले चुनाव में ममता बनर्जी ने बीजेपी अध्यक्ष को बाहरी कहा था, इसलिए अमित शाह अब बांग्ला भाषा सीख रहे हैं ताकि चुनाव प्रचार के दौरान बांग्ला भाषा में कुछ बातें कह कर साबित कर सकें वे बाहरी नहीं हैं।
अमित शाह को चुनावी रणनीति का माहिर माना जाता है और हर चुनाव के लिए शाह अलग-अलग रणनीति बनाते हैं। महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव में चूकने और झारखंड में पार्टी की हार के बाद अब अमित शाह बंगाल में चुनावी कमान अपने हाथ में रखना चाहते हैं। इसके लिए कायकर्ताओं से संवाद और समन्वय जरूरी है। लिहाजा भाषा कहीं इस रणनीति में आड़े न आए, इसके लिए शाह बांग्ला सीख रहे हैं।
294 विधानसभा सीटों वाले पश्चिम बंगाल में बीजेपी ने ‘मिशन 250’ का लक्ष्य रखा किया है। लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने कुल 42 सीटों में से 18 पर जीत हासिल की थी, जबकि तृणमूल को 22 सीटें मिलीं। इससे उत्साहित भाजपा ने विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत का लक्ष्य रखा है।
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