दिग्गज नेता के गृह जिले में इनकी निर्विरोध जीत
पोटाशपुर की जाबाड़ा विद्यासागर सहकारी कृषि विकास समिति पर जीत हासिल की। पार्टी ने जिले के कोलाघाट स्थित एक अन्य को-ऑपरेटिव के चुनाव में विपक्ष के सभी उम्मीदवारों को मात दे दी। पोटाशपुर दो नंबर ब्लॉक के को-ऑपरेटिव के चुनाव में माकपा और भाजपा ने नामांकन दाखिल नहीं किया।
दिग्गज नेता के गृह जिले में इनकी निर्विरोध जीत
विपक्ष को नामांकन दाखिल नहीं करने देने के आरोप
कोलकाता. तृणमूल कांग्रेस ने बिना चुनाव लड़े नेता प्रतिपक्ष शुभेन्दु अधिकारी के गृह जिला पूर्व मेदिनीपुर के पोटाशपुर की जाबाड़ा विद्यासागर सहकारी कृषि विकास समिति पर जीत हासिल की। पार्टी ने जिले के कोलाघाट स्थित एक अन्य को-ऑपरेटिव के चुनाव में विपक्ष के सभी उम्मीदवारों को मात दे दी। पोटाशपुर दो नंबर ब्लॉक के को-ऑपरेटिव के चुनाव में माकपा और भाजपा ने नामांकन दाखिल नहीं किया। नतीजा तृणमूल ने सभी 15 सीटों पर निर्विरोध जीत हासिल कर ली। स्थानीय भाजपा नेतृत्व ने आरोप लगाया कि तृणमूल ने डराकर किसी को नामांकन दाखिल नहीं करने दिया। हालांकि तृणमूल ने इसे सिरे से खारिज कर दिया।
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कोलाघाट में भी जीत
तृणमूल ने कोलाघाट देउलिया सहकारी कृषि विकास समिति के चुनाव में सभी 12 सीटों पर जीत हासिल की। पार्टी ने 12 में से 2 सीटों पर पहले ही निर्विरोध जीत हासिल की थी। बाकी 10 सीटों पर मतदान हुआ। स्थानीय भाजपा नेतृत्व ने आरोप लगाया कि तृणमूल ने डरा-धमका कर मतदान करवाया। उसने दो सीटों पर किसी को नामांकन ही दाखिल नहीं करने दिया।
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भारतीय सेना का कर्नल बताने वाला गिरफ्तार
– नेपाल वासी के यहां से फर्जी नियुक्ति पत्र, दस्तावेज बरामद
कोलकाता. भारतीय सेना और पश्चिम बंगाल पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर दार्जिलिंग से भारतीय सेना के फर्जी अधिकारी को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार व्यक्ति नेपाल का नागरिक है। वह खुद को भारतीय सेना का कर्नल होने का दावा कर रहा था। उसके पास से फर्जी भारतीय पहचान पत्र और सेना में भर्ती के फर्जी नियुक्ति पत्र समेत कई दस्तावेज बरामद हुए हैं। सूत्रों ने बताया कि शनिवार को छापामारी अभियान चलाकर भारत-नेपाल सीमा से सटे जिले के सुखियापोखरी इलाके से आरोपी की गिरफ्तारी की। उसका नाम मान बहादुर गुरुंग है। वह नेपाल के बर्दिया जिले के ताराताल निवासी है।
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पैसे लेकर देता था फर्जी नियुक्ति पत्र
पुलिस सूत्रों के अनुसार स्थानीय लोगों ने उसके खिलाफ सेना में भर्ती का प्रलोभन देकर पैसे ऐंठने की शिकायत की। गुरुंग खुद को सेना के सिग्नल कोर में कर्नल बताता था और स्थानीय युवाओं को सेना में नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे पैसे वसूलता था। आरोपी सेना में भर्ती कराने के लिए मोटी रकम लेकर फर्जी नियुक्ति पत्र देकर गायब हो गया।
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पुलिस हिरासत में भेजा
पुलिस ने आरोपी को दार्जिलिंग की निचली अदालत में पेश किया। कोर्ट ने उसे सात दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया। पुलिस उसकी करतूत और उससे जुड़े लोगों के बारे में और जानकारी हासिल करने में जुटी है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि नेपाली नागरिक होने के बावजूद उसने भारतीय दस्तावेज कैसे हासिल किया।
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