सूत्रों ने बताया कि योजना को जिला स्तर पर शुरू करने की प्रक्रिया तेज हो गई है। माना जा रहा है कि राज्य की मुख्यमंत्री बांग्ला नववर्ष पर इसे जनता को भेंट करेंगी। 21 अन्नपूर्णा नामक योजना कोलकाता खासकर डलहौजी इलाके में लोगों की पसंद साबित हो रही है।
सेंट्रलाइज्ड किचन में बनेगा मील सरकारी सूत्रों ने बताया कि जिलों में सेंट्रलाइज्ड किचन में रसोई तैयार की जाएगी। पके भोजन को बेनफिस के वाहनों के माध्यम से विभिन्न इलाकों विशेषकर जनबहुल इलाके में पहुंचाया जाएगा। सरकार चाहती है कि 21 अन्नपूर्णा योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाना है। यह योजना तमिलनाडु में अम्मा किचेन, कर्नाटक में इंदिरा किचेन, छत्तीसगढ़ में दाल-भात केंद्र तथा राजस्थान में अन्नपूर्णा के नाम से लोगों तक पहुंच रहा है।
स्व-सहायता समूहों को दी जाएगी जिम्मेवारी महिला स्वनिर्भर समूह को इस योजना से जोड़ा जा रहा है। मत्स्य विभाग के संयुक्त सचिव तथा बेनफिस के प्रबंध निदेशक विधान राय ने बताया कि पिछले साल कोलकाता में योजना के शुरू होने का सकारात्मक परिणाम सामने आया हैं। इसलिए जिलों में इसे ले जाने का निर्णय लिया गया है। राय के अनुसार पहले इसे जिला मुख्यालय स्तर पर शुरू किया जाएगा। दूसरे चरण में महकमा स्तर पर चालू किया जाएगा।
यह है 21 रु की थाली में-
-100 ग्रा. चावल का भात
– 50 ग्रा. वजन मछली का टुकड़ा – करीब 100 ग्रा. सब्जी
– 50 ग्रा. दाल – सलाद