30 दिसम्बर 1970 कुलपति गोपाल चंद्र सेन के कार्यकाल का आखिरी दिन था। आखिरी फाइल साइन कर शाम साढ़े बजे वे कार्यालय से आवास के लिए निकले, परिसर के तालाब के पास ही उनकी हत्या कर दी गई। हत्या किसने की, क्यों की, यह अब तक पता नहीं चल पाया। हत्या का आरोप उस समय के चरम वामपंथियों पर लगा लेकिन न कोई सबूत मिला न गवाह। एक गांधीवादी, अहिंसावादी, सादगी से तकनीकी शिक्षा को लोकप्रिय कर रहे मैकेनिकल इंजीनियर मौत की नींद सुला दिए गए।
गोपाल बाबू अपने स्कूल और कॉलेज के दिनों में महात्मा गांधी की सभाओ ंमें हाथ वाला माइक्रोफोन की जिम्मेदारी संभालते थे। वे ऐसे भारतीय इंजीनियर थे जो अमरीका के मिशिगन विश्वविद्यालय में वहां के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के पुरोधा बोस्टन के साथ छात्रों को पढ़ाते थे। वे ऐसे भारतीय इंजीनियर थे जिसके मन में इंजीनियरिंग की स्वदेशी तकनीक छात्रों तक पहुंचाने की जीजिविषा कूट कूट कर भरी हुई थी। वे ऐसे मैकैनिकल इंजीनियर थे जिसने जादवपुर विश्वविद्यालय की मैकेनिकल लैब को अपनी पाठशाला समझते थे। वे ऐसे इंजीनियर थे जिनका प्रोडक्शन इंजीनियरिंग पर तैयार किया गया पाठ्यक्रम आज भी इस क्षेत्र में मील का पत्थर माना जाता है।
खुफिया विभाग से जुड़े रहे एक सेवानिवृत्त अधिकारी के मुताबिक विवि अर्बन नक्सलों का गढ़ बन चुका है। यहां के कई वरिष्ठ शिक्षकों के चरम वामपंथियों से संपर्क रखने और उनकी विचारधारा को प्रोत्साहित करने की सूचना एजेंसियों को मिलती रहती है। राज्य के कई हिंसक आंदोलनों से विवि के पूर्व छात्रों के जुड़े होने की सूचना भी सामने आ चुकी है।
वर्ष 2010- विवि की पूर्व छात्रा देवलीना चक्रवर्ती के विवि कैम्पस में पत्रकार वार्ता करने पर जोरदार विवाद। उसपर यूएपीए का मामला चल रहा था।
अगस्त 2013- विवि की पूर्व छात्रा जोइता दास को माओवादियों से संपर्क होने के संदेह में गिरफ्तार किया गया
सितम्बर 2014- विवि में होक कलरब नाम का बड़ा आंदोलन हुआ। उस समय भी आंदोलन के नेपथ्य में चरम वामपंथियों का नाम सामने आया।
फरवरी 2016 – चरम वामपंथी व माओवादी समर्थक छात्र संगठन के सदस्यों ने रैली निकाली, भारत विरोधी नारे लगाए।
मई 2016- विवि में फिल्म निर्देशक विवेक अग्रिहोत्री की फिल्म बुद्धा इन ए ट्राफिक जाम के प्रदर्शन को लेकर हंगामा, अग्रिहोत्री का घेराव। फिल्म की पृष्ठभूमि अर्बन नक्सलवाद थी।
अगस्त 2017- परिसर में कुलपति का कई घंटों तक घेराव।
मार्च 2018 – श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा में तोडफ़ोड़, रेडिकल के कई समर्थक गिरफ्तार।
20 सितम्बर 2019- केन्द्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो का घेराव, उनपर हमला।