बढ़ाई जा सकती अभिषेक की सुरक्षा
सूत्रों के मुताबिक इस घटना के बाद अभिषेक की खुद की और उनके घर की सुरक्षा बढ़ाई जा सकती है। इस दिन पुलिस अधिकारियों ने इसे लेकर आपस में बैठक भी की। इसके अलावा कुणाल घोष ने कहा, अभिषेक की सुरक्षा को मजबूत करने की जरूरत है। उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए।
26/11 मुंबई हमले की जांच में रेगे का नाम आया था सामने
सूत्रों के मुताबिक रेगे का नाम 26/11 मुंबई हमले की जांच में सामने आया था। आरोपी की एक और बड़ी पहचान यह है कि वह कभी शिवसेना का नेता था। कोलकाता पुलिस के मुताबिक, जब मुंबई हमले के मास्टरमाइंड डेविड कोलमैन हेडली पर शिकागो में मुकदमा चल रहा था, तब उसने गवाही दी थी कि उसकी मुलाकात राजाराम रेगे नाम के एक शिव सेना नेता से हुई थी। गिरफ्तार आतंकी ने यह भी बताया कि लश्कर-ए-तैयबा इस राजाराम रेगे का इस्तेमाल मुंबई हमले में करना चाहता था। इसके बाद से ही राजाराम का नाम मुंबई हमले से जुड़ता रहा है।
अभिषेक पर हमले की रची थी साजिश
पुलिस मुख्यालय लालबाजार के अधिकारियों को पता चला है कि उन्होंने अभिषेक बनर्जी पर हमले की साजिश रची थी। उसी के अनुरूप जांच शुरू हुई है। इसके बाद कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने राजाराम को मुंबई से गिरफ्तार कर लिया। उसको कोलकाता लाकर बैंकशॉल कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की जाएगी।
अभिषेक के घर की रेकी क्यों की
कोलकाता पुलिस आरोपी से पूछताछ कर सटीक कारण जानना चाहती है कि राजाराम ने अभिषेक के घर की रेकी क्यों की। इस संबंध में कोलकाता पुलिस के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मुरलीधर शर्मा ने कहा, ”हमें पता चला है कि रेगे मुंबई से आया और यहां रह रहा था। अभिषेक बनर्जी और उनके पीए का नंबर भी उसने जुटाया था। जब 26/11 के मुंबई हमले के दौरान डेविड हेडली भारत आया था, तो राजाराम रेगे ने हेडली को कुछ राजनीतिक नेताओं की रेकी करने में मदद की थी।”
क्या मुख्यमंत्री के घर की हुई थी रेकी
कोलकाता पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के घर की भी रेकी की गई थी या नहीं। चुनावी मौसम में इस घटना से हडक़ंप मच गया है। यह माना जा रहा है कि अभिषेक की सुरक्षा और कड़ी कर दी जाएगी।