बताया जा रहा है कि, चोरी का ये अजीबो गरीब मामला खरगोन जिले के बड़वाह शहर से चार किमी दुरी पर स्थित ग्राम बागफल का है। जहां खेत से रात के अंधेरे में अज्ञात चोर करीब 70 भेड़ें चुराकर फरार हो गए। सुबह जब भेड़ों का पालक नींद से जागा तो उसे भेड़ों के झुंड में कमी नजर आई। उसने झुंड की गिनती की तो तो उसमें करीब 70 भेड़ें गायब थी। इसके बाद भेड़ मालिक पुलिस के पास पहुंचे और मामला दर्ज कराया।
पीड़ित भेड़ पालकों के अनुसार, वो बीते 12 वर्षों से इधर – उधर घूमकर भेड़ें बेचा करते हैं। वो कुछ कुछ महीने के लिए एक इलाके में पड़ाव डालते हैं। बारिश के समय तक वो खंडवा में रुके थे। इसके बाद अब वो धीरे धीरे इंदौर की तरफ बढ़ रहे थे। इंदौर में कुछ माह रुकने के बाद वापस खंड़वा की ओर चले जाते, लेकिन पहली बार उनके साथ इस तरह की घटना हुई है।
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झुंड में मौजूद थी 350 भेड़ें
राजस्थान में जालौर जिले के ग्राम शंकरवाली के रहने वाले हीराराम रेवारी का कहना है कि, वे सोमवार को ही सनावद से ग्राम बागफल में अपनी 350 भेड़ों के साथ आए थे। यहां के एक खेत में अपने परिवार के 5 पुरुष और 4 महिला सदस्यों के साथ ठहरे हुए थे। उन्होंने बताया कि, योजना के अनुसार वो यहां करीब पांच दिन रुकने वाले थे। खेत के बीच ही सभी सदस्यों के रुकने का डेरा बनाने के साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से चारों ओर भेड़ों के लिए जाल बनाकर उन्हें उसमें ठहरा दिया था। इसके बावजुद रात के अंधेरे में हमारी तकरीबन 70 भेड़ें, जिनकी कीमत करीब 7 लाख रुपए थी, चोरी हो गईं।
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जांच में जुटी पुलिस
मामले की जांच में जुटे थाना प्रभारी जगदीश गोयल का कहना है कि, शिकायत दर्ज होने के बाद वो अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। चोरी की गई भेड़ों की संख्या ज्यादा होने की संभावना जताई जा रही है। इसके साथ ही, भेड़ों की कुल कीमत 7 लाख रुपए के करीब बताई जा रही है। खेत के कुछ हिस्से की मिट्टी गिली होने के चलते पुलिस ने भेड़ों के पेरों के निशान से भी जांच की है। वहीं, फरियादी ने आशंका जताई कि, भेड़ों को पहले पैदल खेत पार करवाया गया। इसके बाद खेत से लगी रेलवे क्रांसिंग के बाद उन्हें किसी वाहन की मदद से ले जाया गया है।