मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के बड़वाह क्षेत्र में स्थित काटकूट स्थित सूरजकुंड में अतिप्राचीन व अनोखी दक्षिणा मूर्ति खेड़ापति हनुमान मंदिर में भक्त मंडल द्वारा अष्टधातु से निर्मित सात सौ किलो वजनी गदा की स्थापना की जाना है। यह आयोजन महंत रामसेवक दास महाराज अखिल भारतीय श्रीपंच तेरा त्यागी बाल हनुमान मंदिर काटकूट के सानिध्य में हो रहा है। गदा प्राण-प्रतिष्ठा और रुद्र मारुति यज्ञ की शुरुआत हुई और यह 3 मई चलेगा। सुबह 9 बजे अष्टधातु निर्मित गदा को ट्रैक्टर ट्रॉली में रख कर वैदपाठी पंडितों के द्वारा विधि-विधान से पूजन अर्चन समारोह का शुभारंभ किया गया।
भव्य शोभायात्रा में पं. ओमप्रकाश शर्मा, नारायण शास्त्री, देवकीनंदन पंचोली , कैलाश दाधिच परसाई काटकूट बग्गी में विराजमान थे। यात्रा मे सैकड़ों भक्तों द्वारा डीजे साउंड पर थिरकते हुए वीर हनुमान के जयघोष लगाते भी नजर आए। यात्रा करीब 11 बजे खेड़ापति हनुमानजी मंदिर पहुंची। गत दिवस सर्वप्रायचित्त पंचांग मंडप प्रवेश व रात्रि में सुंदरकांड का आयोजन संपन्न हुआ।
गदा का निर्माण काटकूट निवासी व वर्तमान में दिल्ली में कार्यरत सॉफ्टवेयर इंजीनियर प्रहलाद चोटिया ने करवाया है। उन्होंने बताया कि धर्म के प्रचार व भगवान वीर बजरंगी से लगाव के चलते विशाल गदा बनवाई है। इस गदा को ग्राम के सिद्ध खेड़ापति हनुमान मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा कर स्थापित किया जा रहा है। चोटिया ने बताया ग्राम के सूरजकुंड में अतिप्राचीन प्रतिमा रामेश्वर भगवान को अपने दाहिने हाथ में उठाए हुए स्थापित है। इसी मंदिर में विशाल गदा की प्राण-प्रतिष्ठा करवाई जा रही है। रविवार को मंडप प्रतिष्ठान, अग्नि स्थापना व हवन हुआ। रात्रि में हनुमत चरित्र कथा का शुभारंभ होगा। 3 मई को महाकार गदा की प्राण-प्रतिष्ठा यज्ञ पूर्णाहुति व महाआरती के साथ कन्या पूजन के बाद प्रसादी वितरण होगा।
हाथरस में तैयार की गई विशाल गदा को बनने में 15 दिन का समय लगा है। इसे बनाने का कार्य 60 कारीगरों ने मिलकर किया है। अष्टधातु की यह क्षेत्र की सबसे बड़ी गदा होगी। आयोजन को लेकर ग्राम सहित आसपास के ग्रामीणों में खासा उत्साह है।