आपको बता दें कि, दोनों पक्षों के बीच हुए विवाद के मामले में दोनों ओर से पुलिस में केस दर्ज करा दिया गया है। इनमें दलित समाज ने गुर्जर समाज के 16 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है तो वहीं, गुर्जर समाज ने दलित समाज के 33 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। बताया जा रहा है कि, दोनों पक्षों की ओर से केस में महिलाओं को भी आरोपी बनाया गया है। हालांकि, पुलिस द्वारा हालात नियंत्रण में लेने के बाद छापरा गांव में फिलहाल शांति का माहौल है।
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मंदिर में प्रवेश से रोकने पर हुआ था विवाद
बताया जा रहा है कि, महाशिवरात्रि के अवसर पर शिव मंदिर में गुर्जर समाज की महिलाएं पूजा कर रही थीं। इसी दौरान दलित समाज की महिलाएं भी वहां पूजा करने पहुंच गईं। जानकारी के अनुसार, इस दौरान वहां मौजूद गुर्जर समाज के लोगों ने दलित महिलाओं को मंदिर में प्रवेश करने से रोक दिया। आरोप तो ये भी हैं कि, इस दौरान महिलाओं के साथ धक्का-मुक्की भी की गई। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो वायरल होते ही दलित समाज के लोग मौके पर पहुंचे, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच शुरु हुई बहस ने विवाद का रूप धारण कर लिया और देखते ही देखते दोनों तरफ से मारपीट और पथराव शुरु हो गया।
गुर्जर पक्ष ने कही ये बात
इस मामले को लेकर भैयालाल गुर्जर का कहना है कि, शनिवार को दलित समाज के प्रेमलाल सुखदेव के साथ अन्य चार से पांच युवक शराब के नशे में धुत तो थे ही। साथ ही, हाथ में कुल्हाड़ी लेकर मंदिर में घुस रहे थे। उनके इसी रवैय्ये के चलते उन्हें मंदिर में जाने से रोका गया था। इसपर प्रेमलाल ने समझाने वालों पर ही कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। हमने कुल्हाड़ी छीनकर मंदिर के पास मौजूद पुलिसकर्मी को दी। सुखदेव का मकान मंदिर के पास है। उसकी छत से दलित समाज के लोगों ने पथराव कर दिया। जवाब में गुर्जर समाज की ओर से भी पथराव किया गया। दलित समाज के प्रेमलाल ने थाने में 16 लोगों की नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट में ये भी बताया गया कि, महाशिवरात्रि होने से गाांव के सार्वजनिक शिव मंदिर में दलित समाज की महिलाएं पूजा करने गई थीं।
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दलित और गुर्जर समुदाय के लोगों पर दर्ज हुआ मामला
सुबह करीब 9 बजे भैयालाल पटेल, रविंद्र पिता तानाजी मराठा, भगवान पिता श्रीराम पटेल महिलाओं पर जातिगत टिप्पणी के साथ भद्दी – भद्दी गालियां देने लगे और मंदिर से भगा दिया। दलित समाज के लोग समझने गए। उन्होंने समझाने गए लोगों को भी जातिसूचक शब्द कहे और गालियां, जान से मारने की धमकी दी। वहीं, दलित समाज का आरोप है कि, उनके साथ मारपीट भी की गई और पथराव शुरू कर दी। पथराव के दौरान दलित समाज के कुछ लोगों को चोटें भी आई हैं। फिलहाल, पुलिस ने जान से मारने की धमकी, मारपीट और बलवे समेत एसटी – एससी एक्ट के तहत केस दर्ज र जांच शुरुकर दी है।